
डेस्क
महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान की शुरुआत भी बुधवार से हुई
पूरी दुनिया प्लास्टिक के कचरे की ढेर से दबी जा रही है । जंगल, समंदर सब तबाह हो रहे हैं ।अगर जल्द ही नहीं चेते तो फिर अगली बारी इंसान की है। इसीलिए प्रधानमंत्री के इस अभियान को भाजपाई सफल बनाने में जुटे हुए हैं बुधवार को बड़ी संख्या में बिलासपुर भारतीय जनता युवा मोर्चा के सदस्य बृहस्पति बाजार पहुंचे और यहां सब्जी खरीदने पहुंचे ग्राहकों को कपड़े का थैला निशुल्क वितरित किया। कुछ ग्राहक यहाँ प्लास्टिक की थैलियां लेकर पहुंचे थे, जिनसे प्लास्टिक की थैलियां लेकर उन्हें बदले में कपड़े का थैला देते हुए आग्रह किया गया कि प्लास्टिक मुक्त भारत की परिकल्पना को सत्य करने वे आज से प्लास्टिक थैलियों का बहिष्कार करें और उसके स्थान पर बाजार निकलने से पहले अपने साथ कपड़े की थैली जरूर रखें ताकि प्लास्टिक के कचरे से बचा जा सके।
एक दौर था जब प्लास्टिक कैरी बैग नहीं हुआ करते थे। तब लोग कपड़े की थैलियां या फिर कागज के डोंगे में सामान खरीदा करते थे। लेकिन प्लास्टिक कैरी बैग ने लोगों की आदत बदल दी। अब इस बदली हुई आदत को बदलने की कोशिश की जा रही है। आम लोगों का भी मानना है कि प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान के लिए सबकी भागीदारी आवश्यक है।
प्लास्टिक का कचरा 100 साल में भी खत्म नहीं होता। इसलिए यह बड़ा चिंता का विषय है क्योंकि इसे डिस्पोजल प्लास्टिक कहा जरूर जाता है पर इसके डिस्पोज होने में सदियां लग जाती है प्लास्टिक की वजह से मवेशी मर रहे हैं। नालियां जाम हो रही है ।शहरों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो रही है।
अगर अभी से अभियान नहीं चलाया गया तो आने वाला भविष्य अंधकार मय होगा, इसीलिए प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनाने की कोशिश की जा रही है । हालांकि यह भी स्वच्छ भारत अभियान का ही एक हिस्सा है लेकिन इस अभियान में पूरी तरह फोकस प्लास्टिक कैरी बैग पर है। वैसे जानकारों का यह कहना है कि अगर सरकार इनके उत्पादन पर ही रोक लगा दे तो फिर ग्राहकों और छोटे दुकानदारों पर जोर आजमाइश की जरूरत नहीं पड़ेगी।