
रमेश राजपूत
मुंगेली – जिले में पंचायत सचिवों की लापरवाही पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। लोरमी विकासखंड की ग्राम पंचायत दरवाजा के सचिव होरीलाल साहू को गंभीर लापरवाही के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं जनपद पंचायत पथरिया अंतर्गत बरछा और लौदा पंचायतों के सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक दिवस के वेतन की कटौती के निर्देश दिए गए हैं। ग्राम पंचायत दरवाजा में आयुष्मान भारत महाभियान के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य जारी था, जब कलेक्टर कुन्दन कुमार ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पंचायत भवन में सफाई व्यवस्था बेहद खराब पाई गई। भवन के चारों ओर गंदगी फैली हुई थी तथा मूलभूत सुविधाओं का अभाव देखा गया। कलेक्टर ने इस स्थिति को स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों के विपरीत मानते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रभाकर पाण्डेय ने सचिव होरीलाल साहू को निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध विभागीय जांच प्रारंभ कर दी है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जनपद पंचायत लोरमी निर्धारित किया गया है तथा उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा। इसी क्रम में जनपद पंचायत पथरिया के अंतर्गत बरछा एवं लौदा पंचायतों के सचिवों पर भी कार्रवाई की गई है। कलेक्टर द्वारा निरीक्षण में मनरेगा कार्यों में लापरवाही, कार्यालय में अव्यवस्था तथा पलायन रजिस्टर के अद्यतन न होने जैसी गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। इसे पंचायत सेवा नियमों का उल्लंघन मानते हुए दोनों सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही एक दिन के वेतन की कटौती के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें दो दिन के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए भी कहा गया है, अन्यथा उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि ग्राम पंचायतों में स्वच्छता, पारदर्शिता और कार्य अनुशासन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। पंचायत सचिवों को उनकी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा, अन्यथा कठोर प्रशासनिक कदम उठाए जाएंगे।