
भुनेश्वर बंजारे
बिलासपुर – विकास की ओर अग्रसर न्यायधानी में नशे का कारोबार भी हाईटेक तरीके से चल रहा है। जिसको लेकर पुलिस के रूटिन की कार्यवाही भी उट के मुंह मे जीरा साबित हो रही है। शायद यही वजह है कि नव नियुक्त पुलिस अधीक्षक ने जिले में नशे के व्यापार पर रोकथाम के लिए नारकोटिक्स सेल का गठन किया था। जिसका सकारात्मक परिणाम अब सामनेेेे आने लगा है नारकोटिक्स सेल ने दो नशे केे सौदागरों को पकड़नेे में सफलता हासिल की है जिनके पास से बड़ी मात्रा में कोडीन युक्त फैंसीकॉफ सिरप जब्त किया है। जिनकी बाजार में कुल कीमत 1 लाख 57 हजार रुपए बताई जा रही है। जिसका खुलासा करते हुए बिलासागुड़ी में शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने बताया कि
दरअसल पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति अपने सहयोगी के साथ मोटरसाइकिल में सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के ग्राम धूमा में प्रतिबंधित कोडीन युक्त सिर्फ दो बैग में रखकर उसे बेचने की फिराक में घूम रहा है। जिसकी सूचना पर नारकोटिक्स सेल सहित सिरगिट्टी पुलिस के संयुक्त टीम ने मौके पर दबिश देकर आरोपियों को पकड़ने में सफलता पाई है पुलिसिया पूछताछ में जानकारी मिली की सरकंडा राजकिशोर निवासी अविनाश दुबे अपने साथी राहुल मिश्रा के साथ दो बैग में कोडीन युक्त सिरप को बेचने की फिराक में जा रहे थे। पुलिस केे आरोपियों केे पास से 525 नग प्रतिबंधित कोडीन युक्त सिरप जब्त की गई है। बताया जा रहा है कि आरोपी बड़े लंबे समय से मध्य प्रदेश के कटनी जिले से कफ सिरप मंगवाते थे जिसे बिलासपुर जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में मुंह मांगे दाम पर बेचकर उसे खपाने का काम करते थे।
सूत्रों की माने तो इनके द्वारा राशि का भुगतान बैंक खातों के माध्यम से किया जाता था शायद यही वजह रही कि स्थानीय पुलिस को लंबे समय तक इसकी भनक नहीं लग सकी थी क्योंकि प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई भी हाईटेक तरीके से की जाती थी और उसका भुगतान भी डिजिटल माध्यम से किया जाता था। बहरहाल इस पूरे मामले में बिलासपुर पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं जिसके माध्यम आगे बड़ी कार्रवाई करने की बात कहीं जा रही है।