
उदय सिंह
मस्तूरी-विकास खण्ड के पचपेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम बेलपान(खपरी) में कालिंदी इंस्पात विस्तार के लिए कल 27 को खपरी स्थित प्राथमिक शाला मैदान में जन सुनवाई का आयोजन किया गया था जिसमे जिला पंचायत सी ई ओ एस हरीश, एस डी एम पंकज डाहीरे ,तहसीलदार अतुल कुमार वैष्णव,पर्यवरण विभाग के अधिकारी कर्मचारी जनप्रतिनिधि समेत सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि दिनांक 27 को समय 12 से 2 बजे तक कालिंदी इंस्पात अपनी स्पंज आयरन उत्पादन क्षमता के विस्तार में ग्राम पंचायत खपरी स्थित प्राथमिक शाला स्कूल मैदान में लोक सुनवाई का कार्यक्रम रखा गया था।
जिसमें आसपास की सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुये। और 2 घण्टे का समय 4 घण्टों तक सुनवाई चलती रही जिला स्तर से पहुंचे अधिकारियों एवं कालिंदी इंस्पात प्रबंधन के सामने ग्रामीण बारी बारी से अपनी समस्याओं को सामने रखी एवं विस्तार हो रहे कालिंदी इंस्पात के होने वाले नफा नुकसान के बारे में आवेदन के माध्यम से अपनी अपनी शिकायत दर्ज करवाई गई।
भारी संख्या में ग्रामीणों के साथ साथ आसपास के जनप्रतिनिधिगण भी मौजूद रहे। जब उन लोगो से कालिंदी इंस्पात विस्तार के सम्बंध में जानकारी ली गई तब उन्होंने बताया कि कालिंदी इंस्पात के विस्तार से हमे कोई ऐतराज नही है।बशर्ते हमारे आसपास के ग्रामीणों का जो 6 सूत्रीय मांगो को अगर कंपनी पूरा कर देती है तो हमे कोई परहेज नही है।
विस्तार लोक सुनवाई में पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि कंपनी के लिये शासन की जो गाइडलाइन होती है उसी आधार में कंपनी अपनी काम करे एवं आसपास के बेरोजगारो को काम मे लिया जाए।
कंपनी से निकलने वाली धुँआ से आसपास के खेतों में जाने से जो नुकसान होता है उसकी मुआवजा प्रदान करे। कालिंदी इंस्पात के करीबी गाँवो को गोद नामा लेने पास ही खेतो की सिंचाई के लिए एरिगेशन का निर्माण कर किसानों की समस्या को दूर करने।
उचित स्वास्थ्य हेतु हॉस्पिटल की भी ग्रामीणों ने मांग कि जिसे कंपनी प्रबन्धन ने सभी मांगो को समय के साथ पूरा करने का आश्वासन दिया गया।इस लोक सुनवाई में ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के तरफ से 136 आवेदन के रूप में अपनी अपनी शिकायत दर्ज करवाई जिसे जिला पंचायत सी ई ओ एस हरीश ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि ग्रामीणों की जो मांगे है उसे शासन के पास पहुचायेंगे वही।
शिकायत के रूप में जो आवेदन के माध्यम से उन्हें मिला है उसमें विचार किया जाएगा एवं शासन के गाइडेंस के हिसाब से काम किया जाएगा। ताकी कंपनी के आसपास निवासरत ग्रामीणों को कोई परेशानी न हो