
रमेश राजपूत

बिलासपुर – एक बार फिर बिलासपुर सिम्स की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, यहां एक स्नेक बाईट से तड़पते बच्चे को डॉक्टर ने एडमिट करने से मना करते हुए दूसरे अस्पताल में भर्ती करने का हवाला देते हुए दुर्व्यवहार किया है। वही मौके पर मौजूद न्यूज़ की टीम ने भी बच्चे को एडमिट करने का रिक्वेस्ट किया तो टीम से भी डॉक्टर ने बदसलूकी की जबकि कैजुवल्टी में पहले से तीन और पीड़ित इलाज के लिए तड़प रहे थे…..

उनका भी डॉक्टर इलाज करना छोड़ कुर्सी में बैठे रहे……परिजनों की लाख दुहाई के बाद भी पीड़ित बच्चे का इलाज नही किया जा रहा था…..डॉक्टर की सारी हरकत कैमरे में कैद हो गई है। दरअसल स्नेक बाईट से पीड़ित हेमू नगर निवासी 14 साल के जिडेंन मरे को देर रात डॉक्टर ने अस्पताल में एडमिट करने से इंकार कर दिया, दर्द से तड़प रहे बच्चे के परिजनों ने डॉक्टर से इलाज के लिए दुहाई मांगते रहे लेकिन ड्यूटी में तैनात डॉक्टर अंशुल का दिल नही पसीजा और बच्चे को बिना चेक किये दूसरे अस्पताल में एडमिट करने का हवाला देने लगे।

इधर मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों को हस्तक्षेप करना पड़ा और डॉक्टर से बच्चे का इलाज करने रिक्वेस्ट किया लेकिन उसके बाद भी डॉक्टर की हठधर्मिता इतनी थी उसने साफ तौर पर बच्चे को दूसरे अस्पताल ले जाने और बेड नहीं होने का हवाला देकर दुर्व्यवहार किया….

हालांकि बाद में विभिन्न प्रयासों के बाद सिम्स में ही बच्चे का इलाज शुरू किया गया तब कही परिजनों को राहत मिली।