
रमेश राजपूत

बिलासपुर- दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय में समयबद्वता एवं संरक्षा से संबंधित बैठक का आयोजन किया गया। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे महाप्रबंधक गौतम बनर्जी ने इस बैठक में ट्रेनों की समय समयबद्वता एवं संरक्षा के बारे में जानकारी ली एवं इन विषयों पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीनो रेल मंडलों बिलासपुर, रायपुर तथा नागपुर के मंडल रेल प्रबंधको सहित मुख्यालय के विभागध्याक्षों चर्चा की गई। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के तीनो मंडलों बिलासपुर, रायपुर तथा नागपुर में यात्री गाड़ियों की समयबद्वता का मूल्यांकन किया गया और संरक्षा को ज्यादा से ज्यादा सुनिश्चित करनें एवं यात्री गाड़ियों की समयबद्वता में सुधार के निर्देश दिये गए। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के तीनों रेल मंडलों की गाडियों एवं यहॉ से गुजरने वाली गाडियों की समयबद्वता के सुधार के विषय में मंडलों द्वारा सतत प्रयास की जा रही है जिसके फलस्वरूप समयबद्वता में वर्तमान में 21 अक्टूबर, 2019 को समयबद्वता का प्रतिशत मेल एक्सप्रेस गाडियों का 91.89 प्रतिशत, सवारी गाडियों का 93.51 प्रतिशत तथा इस प्रकार आज दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का प्रतिशत 92.98 प्रतिशत रहा है। समयबद्वता के इस प्रतिशत को कायम रखने एवं और अधिक विकास के प्रयास किये जा रहे है। झारसुगुडा-नागपुर के मध्य यात्री गाडियों की औसत वृद्वि को और भी अधिक बढाने के आवश्यक दिशा निर्देंश इस दौरान दिये गये। इस संरक्षा बैठक में सर्वप्रथम विडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से तीनो मंडलो के अंतर्गत किये जा रहे सुरक्षा व संरक्षा से संबंधित कार्यो की जानकारी लेते हुये दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में संरक्षा के सभी मापदंडों को पूरा करते हुए संरक्षित एवं सुरक्षित रुप से गाड़ियों के निर्बाध परिचालन के मुद्दों पर भी व्यापक चर्चा की गई।

गाड़ियों के परिचालन के साथ ही साथ रेल लाइनों, ओएचई तथा अन्य मरम्मत एवं रखरखाव कार्य हेतु लिये जाने वाले ब्लाक के दौरान समय का भरपूर उपयोग करने एवं अधिक से अधिक आउटपुट प्राप्त करने के भी महाप्रबंधक ने दिशा निर्देश दिये। साथ ही साथ रेल परिचालन के लिए जुडे तकनीकि कार्यो को निष्पादित करते समय नियमपूर्वक ही कार्य किये जाने की हिदायत दी। रेल परिचालन में मुख्य भूमिका निभाने वाले एवं रेल संरक्षा में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले क्रू कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान उपलब्ध कराये जाने वाली जरुरी सुविधाओं पर भी समीक्षा की गई। इस दौरान रेलवे में आधार भूत संरचनाओं के विकास के लिए रेल लाइनों का तीहरी एवं चौथीकरण जैसें कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर भी चर्चा की गयी। इन कार्यो को निर्धारित समय पर पूर्ण किये जाने पर जोर दिया गया ताकि यात्री गाडियों का परिचालन सुचारू रूप से किया जा सके।