
उदय सिंह
मस्तूरी –आज हम भले ही हम 21 वी सदी में जी रहे है। लेकिन आज भी दुनिया मे अंधविश्वासी लोगो की कमी नही हैं। ताज्जुब की बात तो यह है। कि आज भी तंत्र विद्या को साइंस से ज्यादा तवज्जों दिया जा रहा है। ऐसे ही एक अंधविश्वास का मामला मस्तूरी थाना क्षेत्र में सामने आया है। जहां एक व्यक्ति ने झाड़ा फूक के नाम मरीज के शरीर में गरम अंगार रुपी त्रिशूल से दाग दी। जिससे हुए इन्फेक्शन से युवक की मौत हो गई। इधर घटना की शिकायत के बाद मस्तूरी पुलिस आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पोड़ी के सरपंच ने पुलिस को सूचना दी कि गांव के ही फेकूराम निर्मलकर उम्र 35 वर्ष की संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर मौत हो गई। उसके पूरे शरीर में जलने के निशान बने हुए हैं। घरवाले उसका अंतिम संस्कार करने की तैयारी में लगे हैं। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस उसके घर पहुंची। मृतक के शरीर को देखा जिस पर 20 से ज्यादा जगह पर जलने के निशान थे। पूछताछ में मृतक की पत्नी ने बताया कि “पिछले 4 माह से पति की तबियत खराब थी।
वह अस्पताल में उसका इलाज करा रही थी। बावजूद उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो रहा था। इस दौरान उन्हें जानकारी मिली कि उनके रिश्तेदारी में मामा लगने वाले मल्हार चौकी क्षेत्र के जुनवानी में रहने वाले लीला रजक झाड़ फूंक का काम करता है। उसे ठीक कर देगा। उसने बैगा से बातचीत की तो लीला रजक ने ठीक करने का आश्वासन देते हुए अपने घर लेकर आने का कहा. 23 अक्टूबर को पति फेकूराम निर्मलकर को लेकर उसके घर पहुंची। जहां 26 अक्टूबर तक बैगा ने दोनों को अपने ही घर पर रख झाड़फूक कर पीड़ित को रस्सी से बांधकर नांगर पट्टी और त्रिशूल से जलाता रहा। बैगा ने पीड़ितों को बताया कि 27 अक्टूबर को स्वास्थ्य में सुधार हो जाएगा और वापस घर भेज दिया। घर पहुंचने के बाद मानसिक रोगी उसी हालत में 4 दिन तक रहा. इस दौरान शरीर में इंफेक्शन होने से 30 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को कब्जे में लिया। पोस्टमार्टम कराकर शव परिजन को सौंप दिया वही. मर्ग डायरी मस्तूरी मल्हार पुलिस को भेजा गया जिसके बाद मल्हार पुलिस ने आरोपी बैगा को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।