
उदय सिंह
मस्तूरी – मस्तूरी जनपद पंचायत में वित्त आयोग मत से फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपए गबन करने वाले जनपद कर्मचारियों और पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ पचपेड़ी थाना में एफआईआर दर्ज कराया गया है। करीब सात लाख के गबन के मामले में महीनों चले विभागीय अधिकारी के जांच के बाद दोषी पाए गए तत्कालीन जिला पंचायत सहायक प्रबंधक आर.जी एस ए, मुख्य कार्यपालन अधिकारी डी.आर.जोगी जनपद पंचायत मस्तुरी, कोकडी सरपंच डिलेश कुमार पटेल ,हरदाडीह
सचिव रामनारायण सूर्यवंशी सहित शाखा प्रभारी सुरेश कुमार कुम्भज और मेसर्स गायत्री ट्रेडर्स चांपा को दोषी पाया गया है। जिनके खिलाफ जनपद पंचायत ने स्थानीय पुलिस से कानूनी कार्यवाही की अनुशंसा की है। जिसकी लिखित शिकायत में पंचायत प्रतिनिधि ने जानकारी देते हुए बताया है कि ग्राम पंचायत कोकडी जनपद पंचायत मस्तुरी के 14 वें वित्त आयोग मद से सात लाख उन्तीस हजार पांच सौ रू का गबन किया गया था। जिसमे बिना पुष्टि के संबंधित आरोपियों के द्वारा मिली भगत कर मेसर्स गायत्री ट्रेडर्स चांपा के नाम से शासकीय खाते से आहरण किया गया। जिसकी शिकायत बाद में जिला पंचायत बिलासपुर के उच्च अधिकारियों से की गई।
जहाँ मामले कि जांच उपसंचालक पंचायत बिलासपुर के द्वारा किया गया। जहाँ जांच में उक्त शिकायत को सही पाया गया। यही नही इस दौरान सचिव रामनारायण सूर्यवंशी और जनपद कर्मचारी सुरेश कुमार ने बताया कि पंचायत के कार्यो के नाम पर 14 वें वित्त आयोग कि राशि ग्राम पचायत कोकडी के खाते से मेसर्स गायत्री ट्रेडर्स चांपा को भुगतान किया गया था। जिसमे जिला पंचायत कार्यालय बिलासपुर में पदस्थत सहायक प्रबंधक आर.जी.एस.ए, विजय जायसवाल तत्कालिन मुख्य कार्यपालन अधिकारी डी आर जोगी और ग्राम पचायत कोकडी डिलेश कुमार पटेल के द्वारा आनलांइन भुगतान किया गया है।
इसके बाद बाकायदा कम्प्यूटर से ट्रांजक्शन के बाद सबूत डिलिट कर दिया गया। लेकिन इसकी भनक अन्य लोगो को हो गई। जिसके वजह से उनके सुनियोजित तरीके से बनाए गए प्लान का भंडाफोड़ हो गया। अब उक्त मामले में पचपेड़ी पुलिस सभी आरोपियों के खिलाफ 420 के साथ शासकीय पैसे के गबन के मामले में एफआईआर दर्ज कर उचित कार्यवाही कर रही है।