
आगामी 28 अप्रैल तक यहां प्रतिदिन देवी के अलग-अलग रूपों की स्थापना कर पूजा, आरती और भोग अर्पण किया जाएगा,

बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
गुरुवार को बांग्ला यार्ड 12 खोली चौक स्टेशन रोड दुर्गा मंदिर परिसर में राटा पूजा का आयोजन किया गया। यहां विगत 19 वर्षों से हर वर्ष ग्रीष्म काल में श्री सोलापुरी माता पूजा का आयोजन किया जाता है। दक्षिण भारतीय परंपराओं के साथ देवी दुर्गा के उन स्वरूपों की पूजा अर्चना यहां होती है , जिनकी पूजा प्रायः दक्षिण भारत में होती है। दक्षिण भारत में प्राचीन और दुर्लभ मंदिरों में स्थापित देवियों की स्थापना यहां 10 दिनों तक कर धार्मिक मान्यताओं के साथ उनकी पूजा अर्चना की जाती है ।आयोजन से पहले पारंपरिक रूप से काष्ठ पूजन की परंपरा है। गुरुवार को पूजा हेतु यजमान जे आर के राव और श्रीमती जे तुलसी बाई के वायरलेस कॉलोनी स्थित निवास पर पुजारी पार्थसारथी द्वारा विशेष पूजा अर्चना की गई। जिसके बाद यहां से राटा पूजा शोभायात्रा निकली। यजमान जे तुलसी बाई ने अपने शीष पर हल्दी नीम मिश्रित पवित्र जल युक्त कलश को धारण किया हुआ था ।नंगे पांव चल कर शोभा यात्रा पूजा पंडाल तक पहुंची। पारंपरिक ढपली वाद्य, काली नर्तक दल और आतिशबाजी के साथ शोभा यात्रा की अद्भुत छटा को निहारने सैकड़ों लोग यहां जुटे थे।

वायरलेस कॉलोनी से निकल कर यह शोभायात्रा ,12 खोली चौक पूजा पंडाल पहुंची। आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं पार्षद व्ही रामाराव ने बताया कि सोलापुरी माता की सात बहने हैं और उन सब के एकमात्र प्रिय भाई पोथराजू घुमंतू प्रवृत्ति के हैं। इसलिए आयोजन के दौरान पोथराजू भी सोलापुरी माता के साथ ही पंडाल में पूरे समय उपस्थित रहे , इसलिए काष्ठ पूजा के माध्यम से उनकी स्थापना की जाती है। प्राचीन मान्यता है कि सोलापुरी माता की पूजा और उन्हें नगर भ्रमण कराने से पूरे क्षेत्र में कई व्याधियों और भूत पिशाच समेत अन्य तकलीफों का शमन होता है साथ ही क्षेत्र में शीतलता आती है। सोलापुरी माता की महिमा अपरंपार है। वह अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करती। मां के पास जो भी दामन फैला जाता है, मां उनकी हर मनोकामना अवश्य पूरा करती है। इसी मान्यता के साथ 19 वे वर्ष भी बंगला यार्ड 12 खोली चौक स्टेशन रोड पर यह आयोजन किया जा रहा है ।आयोजन के लिए भव्य पंडाल का निर्माण किया गया है। गुरुवार को यहां पुजारी पार्थसारथी ने सुहागिन महिलाओं के साथ मिलकर काष्ठ देव की स्थापना कर विशेष पूजा अर्चना की। मंत्रोच्चार के साथ पोथराजू की

स्थापना कर उनका पवित्र जल से अभिषेक किया गया। इसी के साथ सोलापुरी माता पूजा महोत्सव का आरंभ हो गया। शुक्रवार की शाम लोको कॉलोनी स्थित त्रिपुर सुंदरी श्री मरी माई मंदिर से मां सोलापुरी की भव्य शोभायात्रा निकलेगी। इससे पहले पुजारी द्वारा गीली हल्दी से मां की प्रतिमा का निर्माण किया जाएगा। जिसके पश्चात नींबू और मोंगरे की पुष्प मालाओं से उनका श्रृंगार होगा। इस आयोजन के प्रमुख अंग 5 बाल पुजारी प्रतिमा को अपने सर पर धारण कर पूरे नगर का भ्रमण करेंगे ।गाजे-बाजे आतिशबाजी और काली नृत्य समूह के कलाकारों के साथ यह शोभायात्रा शुक्रवार शाम 6:00 बजे मरी माई मंदिर से निकलेगी। जो पोर्टर खोली, आरपीएफ कॉलोनी, बापू उपनगर, नॉर्थ ईस्ट कॉलोनी, तोरवा चौक, आर टी एस कॉलोनी, बुधवारी बाजार लाइन, बंगला यार्ड, बड़ा गिरजा चौक, कंस्ट्रक्शन कॉलोनी, गणेश मंदिर, तार बाहर नाका ,वापस कंस्ट्रक्शन कॉलोनी शिव मंदिर लाइन से वायरलेस कॉलोनी, ड्राइवर लाइन, वायरलेस कॉलोनी होते हुए पंडाल पहुंचेगी। मां का आशीर्वाद प्राप्त करने भक्तों में इस शोभायात्रा के दौरान होड़ मची होगी। मां के स्वागत के लिए पूरे रास्ते को जल से धोया जाएगा। रास्ते भर रंगोलियां सजाकर नीम की टहनियां का वंदनवार लगाया जाएगा। मां और मां के सेवादारों की राह निष्कंटक करने के लिए महिलाएं अपनी साड़ियां पूरे रास्ते में बिछायेंगी। देवी का आशीर्वाद प्राप्त करने भक्त सड़क पर लेट कर प्रतिमा को अपने ऊपर से गुजारेंगे। मान्यता है कि ऐसा करने से देवी की कृपा प्राप्त होती है। आयोजन समिति के अध्यक्ष व्ही रामाराव ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष आयोजन को और अधिक भव्य बनाया गया है, साथ ही श्री सोलापुरी माता पूजा सेवा समिति को शहर के अन्य समाज के बंधुओं का भी पूरा सहयोग मिल रहा है ,जिनके द्वारा रास्ते भर शोभा यात्रा का फल, मिष्ठान ,शरबत, पानी आदि द्वारा स्वागत किया जाएगा। देर रात यह शोभायात्रा 12 खोली चौक, बंगला यार्ड ,स्टेशन रोड स्थित पूजा पंडाल पहुंचेगी ।जहां देवी विग्रह की स्थापना कर सोलापुरी माता पूजा की विधिवत शुरुआत की जायेगी। आगामी 28 अप्रैल तक यहां प्रतिदिन देवी के अलग-अलग रूपों की स्थापना कर पूजा, आरती और भोग अर्पण किया जाएगा, जिसमें बिलासपुर के ही नहीं बल्कि अन्य शहरों के भी श्रद्धालु शामिल होंगे और मां का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। इस आयोजन को सफल बनाने में अध्यक्ष व्ही रामाराव,सचिव साईं भास्कर, कोषाध्यक्ष शंकर राव अप्पा राव, टी गिरधर ,हरीश बाबू ,एल श्रीनिवास राव, ई भास्कर राव, राजेंद्र प्रसाद, जी सन्मुख राव ,जी लोकेश कुमार, ई भास्कर राव ,अप्पा राव, टी गिरधर राव, एस हरीश बाबू समेत तमाम सदस्य जुटे हुए हैं।