
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर- बिलासपुर संभाग के पहले कोविड-19 हॉस्पिटल के स्थापना होने के बाद से हॉस्पिटल प्रबंधन को प्रशासन ने चुनौती दे दी है। भले ही जिला अस्पताल प्रबंधन को कोविड 19 हॉस्पिटल के पूर्ण हुए बिना ही मरीजों को ठीक करें की जिम्मेदारी सौंप दी गई हो, लेकिन मरीजो को ठीक करने में हॉस्पिटल प्रबंधन एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। क्योकि कोरोना मरीजो के उपचार को लेकर जिले के स्वास्थ्य महकमें की इज्जत दाव पर लगी है। लिहाजा कोरोना संक्रमितों को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। इस पूरे मामले में हॉस्पिटल प्रबंधन के डॉक्टर मनोज जायसवाल ने जनकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में कोविड 19 हॉस्पिटल में अलग अलग जिले और ब्लॉकों से लाए 39 कोरोना मरीजो का इलाज चल रहा है।

जिन्हें आईसीएमआर के गाइडलाइन के अनुसार ही उपचार पद्धति अपनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल मरीजो की इम्यूनिटी बेहतर रखने के लिए हाई प्रोटीन डाइट देंने के साथ योगा भी कराया जा रहा है,ताकि जल्द से जल्द कोरोना मरीज रिकवर हो सके। बताया जा रहा है कि मरीजो को रोजाना हाईप्रोटीन डाइट के लिए अंडा, दूध के साथ ही जूस और मौसमी फल खिलाया जा रहा है। डॉ मनोज जायसवाल ने बताया कि हॉस्पिटल में एडमिट मरीजों को सुबह नाश्ते में चना,राजमा,अंडा,चाय ,बिस्किट तो खाने में दाल चावल,सब्जी भोजन में परोसा जा रहा है। उक्त सभी मरीजो के देखभाल के लिए चार शिफ्टों में डिवटी सुनिश्चित की गई है। जिसमें कुल 15 स्वास्थ्यकर्मी (चिकित्सक, स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वाय तथा सफाईकर्मी शामिल) हैं।

इसके अतिरिक्त 2 विशेषज्ञ चिकित्सक ऑन कॉल हैं साथ ही इन सभी स्टाफ के रहने तथा भोजन हेतु प्रशासन द्वारा सर्व-सुविधायुक्त व्यवस्था की गई है। ये सभी कर्मचारी संक्रमण रहित जोन से पीपीई पहनने के उपरांत ही वार्ड में प्रवेश करते है। यही नही मरीजो के लिए हॉस्पिटल प्रबंधन ने डोरबेल की व्यवस्था की है। जिसे दबाते ही कंट्रोल रुम में पता चल जाता है, जिसके बाद वार्ड बॉय तत्काल उस वार्ड में पहुँच कर उसकी समस्या का निवारण करता है। इसके साथ ही सीसीटीवी कैंमरे से भी इन संक्रमीत मरीजों की निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा मरीजो के लिए माइक लगाई गई जिसके माध्यम वह अपनी समस्या कर्मचारियों तक पहुचा सकते है।
तनावमुक्त रखने मनोरोगचिकित्सक के साथ मनोरंजन की भरपूर व्यवस्था..

कोविड-19 अस्पताल में भर्ती संक्रमीत मरीजों को डिप्रेशन से दूर रखने हॉस्पिटल प्रबंधन ने विशेष व्यवस्था की है। उनके द्वारा मरीजों को अपने घर और रिश्तेदारों से बात करने के लिए 24 घंटे मोबाइल फोन और वार्ड में टीवी लगाई गई है, ताकि अस्पताल में इनका इलाज के साथ मनोरंजन किया जा सके। इसके अलावा तनावमुक्त रखने के लिए मनोचिक्तिसक को भी तैनात किया गया है। जो समय समय मे मरीजो से बात करते है। प्रबंधन के अनुसार अगर किसी प्रकार की समस्या होती है, तो मनोचिक्तिसको को ऑनकॉल उपस्थित होकर सेवा लेने की भी व्यवस्था की गई है।
प्रबंधन की मेहनत रंग लाई..

कोविड 19 हॉस्पिटल में कोरोना मरीजो के इलाज के लिए जो व्यवस्था हॉस्पिटल प्रबंधन उपलब्ध करा रही है। उसके बलबूते ही अब तक जांजगीर के पांच और कोरबा के एक मरीज की तबीयत ठीक हुई है, जिन्हें स्वस्थ हालत में घर रवाना किया गया है।