
हरिशंकर पांडेय
मस्तुरी – पिछले 15 दिनों से उमस भरी गर्मी से हलाकान लोगो को राहत मिली वही किसानो को अपने सूखते फसल की चिंता से मुक्ति मिली है। परन्तु 3 दिनों की मूसलाधार बारिश ने शासकीय कार्यालयों की पोल भी खोल दी जो हर वर्ष ऐसी ही स्थिति का सामना करते है इसके बावजूद अधिकारी ध्यान नही देते नतीजतन इन शासकीय कार्यालयों में निकासी व्यवस्था नही होने से घुटने तक पानी भर गया जिससे आम लोगो सहित कर्मचारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा मस्तूरी क्षेत्र के सबसे बड़े सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर की जहां पिछले दिन दिनों से घुटने तक पानी भर गया है जिससे पूरा अस्पताल अस्त व्यस्त हो गया है मरीजों को ठीक से खड़े होने तक कि जगह नही मिल पा रही है। ओपीडी के सभी कमरों में भी पानी भर गया है जिससे पर्ची कटवाने या जांच कराने की व्यवस्था दूसरी जगह की गई है।
इसी तरह यहां के विभिन्न वार्डो की स्थिति भी बदतर है। बरसाती पानी भरने के कारण परिसर में संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। इस मामले में विभागीय अधिकारियों के उदासीन रवैये का अंदाजा लगा सकते है कि प्रति वर्ष बरसात के मौसम में कुछ ऐसी ही स्थिति विगत कई वर्षों से बनती आ रही है परन्तु अधिकारी पानी निकासी के लिए समुचित व्यवस्था नही कर पाए जिसका खामियाजा आम लोगो के साथ गम्भीर मरीजो को भुगतना पड़ता है। इसी तरह ठीक अस्पताल के पास वर्षो पुराना जनपद पंचायत भवन व परिसर भी बरसात के मौसम में जलमग्न हो जाता है जिसके चलते क्षेत्र के सैकड़ो जनप्रतिनिधियों व आम लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पंचायतों के लिए करोड़ो का फंड जारी करने वाले जनपद के अधिकारी अपने कार्यालय की देखरेख भी नही कर पा रहे है ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंचायतों की स्थिति क्या होगी।