
जुगनू तंबोली

रतनपुर – अपने खुद का काम करने की भला मजदूरी कोई दूसरा क्यों देगा, अगर कोई कहे कि मिलता है तो आप कहेंगे इस लॉक डाउन में आप अच्छा मजाक करने लगे हैं, पर ये सच है यह काम समाज सेवी संस्था क्षितिज अपनी सहयोगी संस्था ” कासा” के सहयोग से कर रही है। लॉक डाउन में बेकारी से परेशान कोरबा जिले के वनांचल के गांवों में रह रहे 424 बिरहोर और पंडो आदिवासी परिवार अपने ही घर की साफ सफाई, किचन गार्डन, खेतों का समतलीकरण, धान की रोपाई, सब्जी उगाने, डबरी निर्माण, रोड, बनाने और सामुदायिक काम कराया गया।

इसकी मजदूरी एक हजार रुपये और महीने भर का राशन उपलब्ध कराया गया, समाज सेवी संस्था क्षितिज के सचिव ज्ञानाधार शास्त्री ने बताया लॉक डाउन में बेकारी और भूखमरी से बचाने स्वच्छता और सामुदायिक सहयोग को विकसित करने वनांचल के आदिवासियों को जागरूक करने पहल की गई है। कोरबा जिले के पाली ब्लॉक के ग्राम पंचायत डोंगा नाला, गणेशपुर, भंडार खोल, पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के कुटोसर नगोई, डोंगरसरई, गुड़रुमुड़ा, मलपहरी, चमेली भाठा गांव के बिरहोर व पंडो आदिवासी परिवार को मदद पहुंचाया गया, 75 परिवार के बैंक खातों में एक हजार रुपये ट्रांसफर कर उन्हें चावल, तेल और दाल का वितरण किया गया।