
भुवनेश्वर बंजारे
बिलासपुर – जिले में नियमों को ताक में रखकर संचालित किए जा रहे क्लीनिक, मरीज को मौत के मुंह में धकेलने का काम कर रहे हैं, जिसको लेकर स्थानीय जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मुक दर्शक की भूमिका अदा कर रही हैं ताजा मामला तिफरा स्थित संजीवनी क्लीनिक का प्रकाश में आया है जहां उल्टी दस्त के इलाज के लिए पहुंची एक वृद्ध महिला कि मौत हो गई है। जिसके बाद परिजनो ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा मचाया है। मामले में मृतिका के बेटे विनोद सूर्यवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि मन्नाडोल निवासी वृद्ध महिला कालिंद्री बाई सूर्यवंशी को उल्टी दस्त होने की शिकायत के बाद परिजनों द्वारा सोमवार को तिफरा रोड में स्थित संजीवनी क्लिनिक इलाज के लिए लेकर पहुंचे थे।
जहां इलाज के नाम पर वहां उपस्थित स्टाफ ने केवल खाना पूर्ति की जब महिला की तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी, तो उन्होंने इलाज करने से मना करते हुए महिला मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाने की बात कहने लगे इस बीच महिला की मौत हो गई, जिससे आक्रोशित परिजनों ने क्लीनिक के डॉक्टर नितिन योगी पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए 10 लाख मुआवजा कि मांग को लेकर जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची जहां उन्होंने संचालित क्लीनिक के सभी दस्तावेजों को जप्त कर लिया है इस दौरान जांच में पहुंचे पूर्व सीएमएचओ अनिल श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम इस पूरे मामले में जांच करेगी और संबंधित डॉक्टर के सभी दस्तावेजों को जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। इधर मामले में क्लीनिक संचालक द्वारा 50 हजार रुपए पीड़ित परिवार को देने के बाद हंगामा शांत हुआ और महिला की डेड बॉडी को पीएम के लिए शव गृह भेजा गया।