
उमलेश जायसवाल
बेलतरा :– आईएसटीएम में प्रशिक्षण ले रहे सीएसएस के एएसओडीआर प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों के लिए बिलासपुर जिले के कई ग्रामो में 2 दिवसीय भारत दर्शन-सह एनजीओ का दौरा किया गया, जनपद पंचायत विल्हा के ग्राम पंचायत बेलतरा व धौरामुडा में केन्द्रीय सचिवालय भारत सरकार के नवनियुक्त प्रशिक्षु (ASOPs) ऑफिसर 2 दिवसीय अध्ययन भ्रमण किये। प्रशिक्षु अधिकारियों का दो दो का समूह बना हुआ है जिसमें एक समूह बिल्हा विकासखंड के बेलतरा और दूसरा समूह ग्राम धौरामुड़ा में फील्ड स्टडी एंड रिसर्च प्रोग्राम के तहत कार्य कर रहे हैं। प्रशिक्षु अधिकारियों रविंदर पवार, कृष्ण कुमार शर्मा, शुभम पवार, साहिल किदा ने ग्राम बेलतरा और धौरामुड़ा में जाकर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति को जाना।
इस दौरान प्रशिक्षु दल ने ग्रामीणों से बातचीत कर उन तक पहुंचने वाली सरकारी सुविधाओं की प्रक्रिया भी समझी। साथ ही गांव के स्कूल, आंगनबाड़ी में जाकर वहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बेलतरा में पहुंच कर उपलब्ध संसाधनों से मिल रही सुविधाओं की स्वास्थ्य कर्मियों और अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली। साथ ही वहां भर्ती गर्भवती महिलाओं सहित अन्य मरीजों से चर्चा की। प्रशिक्षु अधिकारियों की टीम ने गांव से जुड़े स्वास्थ्य, पंचायत,कृषि, बाल विकास परियोजना, आगनबाड़ी कार्यकर्ता, महिला स्वसहायता समूह सहित अन्य योजनाओं की जमीनी स्थिति का अवलोकन किया। संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मियों से गांव में उनके विभाग की ओर से किए गए कार्यों, चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी ली।
इसके बाद इन प्रशिक्षुओं ने गांव के अलग-अलग हिस्सों में जाकर ग्रामीण जीवन का बारीकि से अध्ययन किया। ग्रामीणों से गांव की आबादी, गांव के इतिहास, गांव में रहने वाले लोगों की आजीविका, फसल, स्थानीय समस्याओं एवं उनके समाधान को लेकर चर्चा की। इस तरह बेलतरा में दल द्वारा गांव से जुड़े स्वास्थ्य सेवाओं, सामाजिक परंपरा, संस्कृति रीति रिवाज की बारीकी से अध्ययन किया गया । भ्रमण कार्यक्रम के दौरान पिछले दो दिनों में प्रशिक्षुओं की टीम ने जिले के कुछ बेहतरीन कार्यों को देखा ,समझा एवं उसका अध्ययन किया। जिले के उत्कृष्ट सफलताओं के पीछे के परिश्रम एवं चुनौतियों को जान कर न केवल वे प्रभावित नजर आएं बल्कि इन सभी चुनौतियों से सीख हासिल कर रहे हैं। साथ ही जिले के भौगोलिक स्थिति, सामाजिक परंपरा, संस्कृति रीति रिवाज, पर्यटन स्थल, ऐतिहासिक स्थल, बगीचा क्षेत्र के खेती किसानी सहित अन्य क्षेत्रों का भ्रमण कर अध्ययन किये।
प्रशिक्षणार्थी अधिकारियों ने बताया कि गांव के लोगों से मिलकर बहुत अच्छा लगा। गांव में गोधन न्याय योजना एवं रीपा से ग्रामीणों के जीवन स्तर में काफी सुधार आया है। इन योजनाओं उन्हें गांव में ही रोजगार मिल रहा है। रीपा एवं गौठान में समूह की महिलाएं संगठित होकर कार्य कर रही हैं। अधिकारियों ने विभिन्न गांवों के प्रवास के दौरान वहां के शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य विभिन्न आवश्यकताओं से भी अवगत कराया। गोधन न्याय योजना राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। इसके माध्यम से गोबर बेचकर किसानों एवं पशुपालकों की आमदनी में वृद्धि हुई है। साथ ही गौठान समितियों में वर्मी कम्पोष्ट बनाकर जैविक खादों से खेतों में भी अच्छी फसल की जानकारी मिली।इस दौरान प्रशिक्षणार्थी अधिकारी रविंदर पवार, कृष्ण कुमार शर्मा, शुभम पवार, साहिल किदा सहित इंजीनियर महेश तिवारी, रामरतन कौशिक, सत्य नारायण मरकाम, पादुम सिंह कोरम उपस्थित रहें।