
डेस्क
चिकित्सकों को भगवान का दर्जा दिया जाता है और उनसे उम्मीद भी नेकी की की जाती है लेकिन जिस तरह अपने पेशे को डॉक्टर लगातार बदनाम कर रहे हैं उससे भयावह मंजर सामने आते हैं। ऐसा ही मंजर देखकर पुलिस के भी होश उड़ गए ,जब एक महिला कथित तौर पर अपने बीमार पति की खोपड़ी की हड्डी लेकर कोतवाली थाने पहुंच गई ।पीड़िता ने जो आरोप लगाए उसे सुनकर पुलिस के होश उड़ गए। मिली जानकारी के अनुसार पामगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम मेउ निवासी शिवकुमारी कुर्रे का पति संजय कुमार कुर्रे 1 महीने पहले खंडई कोरबा मेला में सामान बेचने के लिए गया था । वापस लौटने के दौरान सड़क दुर्घटना में वह घायल हो गया और इस दुर्घटना में संजय के सिर और शरीर के कई अंगों में सांघातिक चोटे आई। इसी मामले में 28 जुलाई को घायल संजय कुर्रे को इलाज के लिए श्री रामकृष्ण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। संजय की पत्नी शिव कुमारी ने दावा किया कि भर्ती कराने के दौरान रामकृष्ण अस्पताल के डॉक्टर ने 72 घंटे में संजय को ठीक करने का दावा किया था और उपचार के लिए अब तक वह छह लाख रुपए ले चुका है लेकिन एक माह तक उपचार करने के बाद भी संजय की स्थिति ठीक नहीं हुई है और वह बेहोशी की स्थिति में है। कोमा में मौजूद पति के संबंध में जब शिवकुमारी पूछताछ करने डॉक्टर के पास गई तो निर्दयी डॉक्टर ने मानवीय संवेदना को तार-तार करते हुए उसके हाथ में एक मानव खोपड़ी थमा दिया और कहां की के इलाज के लिए तीन लाख रुपए और चाहिए।
पहले ही गरीबी से ग्रस्त महिला अपना सब कुछ लुटा चुकी है । ऊपर से डॉक्टर के इस कृत्य से परेशान होकर थाने में शिकायत कराने पहुंच गई। एक तरफ तो महिला अपने साथ लाई खोपड़ी को अपने पति का खोपड़ी बता रही है ।वहीं यह भी कह रही है कि अस्पताल में उसका पति कोमा में है । ऐसे विरोधाभासी बयान से पुलिस भी हैरान परेशान हैं ।मुमकिन है डॉक्टर ने कुछ और समझाने के लिए उसे खोपड़ी दी हो या फिर यह भी संभव है संवेदनहीन डॉक्टर ने महिला के साथ इस तरह का अभद्र व्यवहार किया हो। इसलिए पुलिस के लिए जरूरी है कि वह जांच करें और दूध का दूध पानी का पानी करें।