
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – पिछले कुछ दिनों में जिले सहित अलग अलग क्वारंटाइन सेंटरो में अव्यवस्था की शिकायत मिल रही है। जिससे परेशान प्रवासीय मजदूर अब अपना आपा खोने लगे है। ताजा मामला जांजगीर के ग्राम बेलादूला से प्रकाश में आया है। जहाँ के क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे एक मजदूर ने शुक्रवार रात को क्वारंटाइन सेंटर से भागने के इरादे से छत से छलांग लगा दी। इस प्रयास में उसका एक पैर टूट गया, जिसे उपचार के लिए शनिवार को बिलासपुर के सिम्स लाया गया। इस दौरान श्रमिक के परिजनों ने प्रशासनिक व्यवस्था पर आरोप लगाते हुए,बताया कि क्वाईरंटाइन सेंटर में उन्हें ठीक से भोजन तक नहीं दिया जा रहा है, पीने के पानी के लिए भी तरसना पड़ रहा है। किसी तरह की सुविधा नही मिल रही है। जिससे तंग आकर श्रमिक ने ऐसा कदम उठाया है। श्रमिक के परिजनों ने बताया कि घटना कल रात की है। जब भागने की कोशिश में मरीज का पैर टूट गया। उसके बाद वह दर्द से कराहता रहा। उसके बाद भी न तो समय पर डॉक्टर आए न ही उचित इलाज हो सका। जबकि क्वाईरंटाइन सेंटर में ड्यूटी कर रहे कर्मचारी भी श्रमिक के पास आने से घबराते रहे, वही शनिवार घटना की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्र के अफसरों के निर्देश पर श्रमिक को सिम्स हॉस्पिटल भेजा गया। जहाँ उसे एडमिट कर इलाज किया जा रहा है।
सिम्स में भी इलाज के लिए करना पड़ा इंतजार..

जांजगीर के क्वाईरंटाइन सेंटर से भागने के दौरान जिस श्रमिक के पैर में गंभीर चोटें आई थी। उसे इलाज के लिए सिम्स रैफर किया गया था। लेकिन हॉस्पिटल पहुँचने के बाद भी मरीज को स्ट्रेचर नही मिलने के वजह से घन्टो एम्बुलेंस में ही इन्तजार करना पड़ा, जिस वजह से श्रमिक दर्द से तड़पता रहा।