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अपनी पति की खोपड़ी का टुकड़ा लेकर थाने पहुंच गई महिला की खबर मीडिया में छा गई । जिसे रामकृष्ण अस्पताल प्रबंधन ने ब्लैक मेलिंग करार दिया। इससे महिला के परिजन भड़क उठे और मंगलवार को गांधी चौक स्थित रामकृष्ण अस्पताल का घेराव कर दिया। आपको याद होगा कि जांजगीर-चांपा जिले के मेउ निवासी संजय कुर्रे सड़क हादसे में घायल हो गए थे जिसके बाद इलाज के लिए उन्हें गांधी चौक स्थित रामकृष्ण अस्पताल ले जाया गया था। संजय की पत्नी शिवकुमारी कुर्रे का दावा है कि अस्पताल प्रबंधन ने उसके पति को 72 घंटे में ठीक करने का भरोसा दिलाया था और इसके एवज में वे उससे 7 लाख रुपए भी ले चुके हैं ।इसके बाद फिर से रुपए मांगने पर शिवकुमारी अपनी पति के खोपड़ी का एक टुकड़ा लेकर थाने पहुंच गई।
इस विषय में अस्पताल के डॉक्टर दिग्विजय सिंह ने कहा कि घायल के सर पर अंदरूनी चोट है। जिसका ऑपरेशन किया गया है और फिलहाल मरीज कोमा में है । खोपड़ी का एक टुकड़ा मरीज के परिजनों को सुरक्षित रखने के लिए दिया गया था जिसे मरीज के स्वस्थ होने पर उसके सिर पर दोबारा लगाया जाता लेकिन महिला उस टुकड़े का इस्तेमाल अस्पताल को बदनाम करने और ब्लैकमेल करने के लिए कर रही है। अस्पताल के इस आरोप से शिवकुमारी के परिजन भड़क गए और मंगलवार को पूर्व पार्षद महेश चंद्रिका पूरे के नेतृत्व में लोगों ने रामकृष्ण अस्पताल का घेराव कर दिया। वैसे महेश चंद्रिका पुरे ने मंगलवार को विकास भवन का भी घेराव किया था। चर्चा के दौरान जब डॉक्टर ने महिला पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया तो परिजन भड़क उठे जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया । बार बार विवाद होने के बाद रामकृष्ण अस्पताल ने मरीज को रायपुर रिफर करने की बात की थी लेकिन मध्यस्थों की समझाइश के बाद फिलहाल रामकृष्ण अस्पताल घायल संजय कुर्रे का इलाज करने पर सहमत हो गया है।