
डेस्क
राज्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय, सेंदरी, बिलासपुर में स्थापित स्पर्श क्लिीनिक द्वारा विकासखण्ड मरवाही, पेंड्रा, गौरेला, जिला बिलासपुर अंतर्गत कार्यरत ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला एवं पुरूष हेतु एक दिवसीय मानसिक रोग पहचान एवं रिफरल प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें उनको मानसिक रोग के पहचान लक्षण एवं उचित ईलाज हेतु उच्च संस्थाओं में रिफलर हेतु प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित प्रशिक्षार्थियों को सामान्य मानिसिक बीमारियों जैसे अवसाद, चिंता, नींद में कमी, सोमेटो फाम डिसआर्डर, लर्निग डिसएबिलीटी, एवं बच्चों में धीरे शारिरिक एवं मानसिक विकास के बारे में विस्तार से बताया गया। प्रशिक्षण के दौरान राज्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय, सेंदरी, बिलासपुर से आये हुए प्रशिक्षक प्रशांत रंजन पाण्डेय, सा.सो. वर्कर ने बताया कि कुल जनसंख्या के 30 प्रतिशत व्यक्ति किसी न किसी सामान्य मानसिक बीमारी से ग्रसित है, एवं उचित समय पर पहचान एवं इलाज ना हो पाने के कारण व्यक्ति गंभीर मानसिक बीमारियों से घिर सकता है। लोक लाज एवं समाज में व्याप्त अंधविश्वास के कारण भी व्यक्ति उचित ईलाज से वंचित रह जाता है। डाॅ. जे.पी. आर्या, आर.एम.ओ, रा.मा.चि. सेंदरी बिलासपुर ने शारिरिक एवं मानसिक रूप से अविकसित बच्चों हेतु शासन द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं एवं उनके ईलाज व पुनर्वास के बारे बताया।
प्रशिक्षण में डाॅ. बी.आर. नंदा, अस्पताल अधीक्षक, राज्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय, सेंदरी, बिलासपुर, डाॅ. अमर सिंह सेन्द्राम खण्ड चिकित्सा अधिकारी गौरेला, खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. पैकरा खण्ड चिकित्सा अधिकारी, खण्ड चिकित्सा अधिकारी पेंण्ड्रा, एवं डाॅ. के. के. ध्रुव, खण्ड चिकित्सा अधिकारी मरवाही ने प्रशिक्षार्थियों को विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया गया।