
उदय सिंह
बिलासपुर – जिले के मस्तूरी जनपद पंचायत क्षेत्र के सेवा सहकारी समिति जैतपुरी में धान खरीदी के दौरान भारी अनियमितता की शिकायत किसानों ने जिला प्रशासन से की है, जहाँ उन्होंने सीधे शब्दों में कहा कि किसानों को किसी न किसी तरह परेशान कर पैसों या धान की मांग की जा रही थी, उसके बाद उनसे धान खरीदा गया। वही 4 दिन धान ख़रीदी का समय बढ़ाने के बावजूद प्रभारी संस्था प्रबंधक ने कई किसानों को धान लाने से मना कर दिया, जिससे कर्जदार किसान अब गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहे है। बड़ी संख्या में मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुँचे किसानों ने इस संबंध में ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने प्रभारी संस्था प्रबंधक जैतपुरी दीपक तिवारी की नियुक्ति को ही गलत ठहराया है, जिन्होंने बताया कि प्रभारी संस्था प्रबंधक दीपक तिवारी को दैनिक वेतन भोगी के रूप में संस्था में नियुक्त किया गया है, जिसे धान खरीदी का कोई अनुभव नही है बावजूद इसके जिम्मेदार उच्च अधिकारियों से सांठगांठ कर धान खरीदी का प्रभारी बना दिया गया है,
जो पूरे धान खरीदी के दौरान किसानों से दुर्व्यवहार और अवैध वसूली को अंजाम देते रहा, जहां नगद पैसों के अलावा किसानों से सीधे धान की ही वसूली की गई। धान बेचने की मजबूरी में किसानों को इस मनमानी का सामना करना पड़ा, जिन्हें शिकायत करने पर धमकी भी दी गई कि जो करना है कर लो केसीसी के लिए तो फिर से मेरे पास ही तो आना पड़ेगा तब बताऊंगा। किसानो की इस समस्या का निराकरण तो धान खरीदी प्रक्रिया के बाद भी नही हो पाई है, लेकिन अब उन किसानों को इस बात की चिंता है की उनका कर्ज कैसे चुकाया जाएगा और उनकी लागत कैसे वापस मिलेगी, क्योकि प्रभारी संस्था प्रबंधक की मनमानी की वजह से उनका धान नही खरीदा गया है। फ़िलहाल इस शिकायत की जांच कराने और प्रभारी संस्था प्रबंधक को वहां से हटाने की मांग किसानों ने की है ताकि किसानों के हितों की रक्षा हो सके और उन्हें शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ मिल सके।