
जब डॉक्टर ने उनसे इसकी वजह पूछी तो उन्होने बताया कि पांच दिन से भूखे है, बिना भोजन किये पैदल रायपुर से बिलासपुर आने की जानकारी दी उन्होंने बताया कि वह रायपुर में ईट भट्ठे में काम कर रहे थे जहां से ठेकेदार ने उन्हें निकाल दिया जिस वजह से वह बेबस होकर अपने गृह ग्राम अंबिकापुर जाने पैदल ही निकल पड़े, लेकिन लॉक डाउन के कारण उन्हें कहीं खाना नसीब नहीं हुआ उन लोगों की पीड़ा देख सिम्स के डॉ पंकज टेम्भूर्निकर ने तत्काल उनका प्राथमिक इलाज कर भोजन कराया। जिसके बाद उन्होने राहत की सांस ली, खाना खाने के बाद मजदूरो ने अम्बिकापुर जाने की इच्छा जाहिर की। जिसके मद्देनजर डॉ पंकज ने अपने स्वयं के वाहन में अम्बिकापुर भेजने की व्यवस्था की, यही नही उन्होंने उनके रास्ते के लिए भोजन के साथ सभी को एक एक हजार रुप्ए की सहयोग राशि भी प्रदान की, ताकि गांव जाने के बाद उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत ना हो सके। वही उन्हें कोरोना वायरस के संक्रमण के बारे में भी सभी जानकरी दी गई है।