
की हालत में गाड़ी नहीं चलाना,हमेशा हेलमेट पहनना, सीट बेल्ट लगाना जैसी छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इससे बचा जा सकता है
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
होली का पर्व पूरे भारत में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर द्वारा सेफ होली विषय पर जागरूकता अभियान के तहत रोड सेफ्टी पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां बताया गया कि कई शोध इस बात को साबित कर चुके है कि सड़क दुर्घटनाओं में शराब का सेवन एक प्रमुख कारण है। इस अवसर पर अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर के वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉं सुनील शर्मा एवं डॉ राजकुमार ने बताया कि होली के समय लापरवाहीपूर्वक एवं नशे की स्थिति में गाडी चलाने की वजह से रोड एक्सीडेंट की आशंका बढ़ जाती है। इसमें सर एवं स्पाईन में गम्भीर चोट आने की आशंका बहुत होती है। होली के अवसर पर इस प्रकार की दुर्घटनाएं अधिक देखी गई है।
उन्होंने हेलमेट के उपयोग को आवश्यक बताते हुये कहा कि कई गम्भीर सड़क दुर्घटनाओं में हेलमेट का उपयोग जीवनरक्षक साबित हुआ है। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं में आने वाली चोटों के बारे में लोगो को बताया एवं प्राथमिक चिकित्सा संबंधी निर्देशों को बताया। गर्दन एवं स्पाईन की चोट में मरीज को ज्यादा हिलाना डुलाना घातक हो सकता है।इस अवसर पर गम्भीर सडक दुर्घटनाओं का सामना किये हुये मरीजों ने अपने विचार व्यक्त किये एवं हेलमेट के उपयोग को अत्यंत आवश्यक बताया।छत्तीसगढ़ लघु उद्योग संघ के अध्यक्ष हरीश केडीया ने इस अवसर पर अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर द्वारा चलायी गई इस मुहिम की सराहना की एवं बताया कि शराब पीकर गाडी चलाना हादसे को न्यौता देना है। शराब पीकर गाडी चलाने से आपको तो खतरा है ही साथ में उन लोगों को भी खतरा है जो सड़क पर चल रहे है या गाडी चला रहे है। सरकार द्वारा जारी किये गये एक आकड़े में ये पाया गया है कि करीब 400 लोग हर रोज सड़क हादसे में अपनी जान गवांते है और विशेष रूप से होली के अवसर पर इनकी संख्या में वृद्धि देखी जाती है।
यह आकड़ा वाकई दिल दहलाने वाला है। रोटरी क्लब के प्रेसीडेंट सत्यजीत बोस ने कहा कि होली एक एैसा त्यौंहार है जिसकी गूंज सिर्फ देश में ही नहीं देश के बाहर तक सुनाई देती है उन्होंने युवाओं से गाड़ी को धीमें एवं नियत्रण में चलाने, टाईम मेनेंजमेंट पर ध्यान देने एवं विशेष रूप से गाडी चलाते समय मोबाईल का उपयोग ना करने की अपील की।रोटरी क्लब इनरव्हील की प्रेसीडेंट डॉ परवीन आलम ने सुखी होली खेलने की अपील के साथ प्राकृतिक रंगो के उपयोग की सलाह दी। विशेषकर युवाओं से शराब का सेवन न करने एवं सुरक्षित होली मनाने की सलाह दी। अपोलो के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ सजल सेन ने बताया शराब पीये हुऐ व्यक्ति का रिएक्शन टाइम धीमा हो जाता है। जिसकी वजह से सड़क पर किसी खतरनाक परिस्थित में ड्राईवर गाडी पर नियंत्रण नहीं कर पाता। युवाओं में इसका बढता चलन चिंता का विषय है।
सडक दुर्घटनाओ में मुख्यतः सर की चोंट मृत्यू का कारण होती है। अतः उन्होंने हेलमेट के उपयोग की सलाह दी । होली के त्यौहार को हर कोई खुशियों के साथ मनाना चाहता है, लेकिन नशे की वजह से अगर किसी सड़क दुर्घटना में किसी की जान चली जाए या कोई गंभीर रूप से घायल हो जाए तो फिर ऐसे कितने लोग होते हैं जिनकी जिंदगी में मातम पसर जाता है। आंकड़े बताते हैं कि ऐसी घटनाओं में अधिकांश मौतें 15 से 29 आयु वर्ग के लोगों में होती है । केवल सुरक्षित ड्राइव से इस पर नियंत्रण मुमकिन है। नशे की हालत में गाड़ी नहीं चलाना,हमेशा हेलमेट पहनना, सीट बेल्ट लगाना जैसी छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इससे बचा जा सकता है । अपोलो निजी हितों से परे जाकर यह चाहता है कि ऐसे हादसे बिल्कुल ना हो, खासकर होली पर तो बिल्कुल ना हो। व्यवसायिक नजरिए से अलग इस मानवीय दृष्टिकोण की सराहना आयोजन में शामिल अतिथियों ने भी की।