
रमेश राजपूत
बिलासपुर – सरकंडा थाना क्षेत्र में त्वरित निदान माइक्रो फाउण्डेशन संस्था और ए.पी. वेंचर संस्था के प्रमुख मानस रंजन मिश्रा और उनकी पत्नी प्रभा मिश्रा के द्वारा रकम दोगुना करने का झांसा देकर कई लोगों से करोड़ो की धोखाधड़ी को अंजाम देने का मामला सामने आया है, जिसमें उनकी ही कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को भी शिकार बनाया गया है, जहाँ न तो उन्हें उनकी तनख्वाह दी गई है और न ही रकम दोगुना करने के नाम पर जमा कराई गई राशि लौटाई गई है, साथ ही अब जब पैसे लौटाने की मांग की जा रही है तो अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। मामले में मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी वीरेंद्र मसीह निवासी इंद्रिका विहार तारबाहर ने सरकंडा थाने में एफआईआर दर्ज कराई है कि त्वरित निदान माइक्रो फाउण्डेशन संस्था के प्रमुख मानस रंजन मिश्रा, ए.पी. वेंचर संस्था के प्रमुख मानस रंजन मिश्रा की पत्नि प्रभा मिश्रा एवं संस्था के अन्य पदाअधिकारियों के द्वारा आपस में षड़यंत्र कर योजना बनाकर कम समय में रकम दोगुना करने का प्रलोभन देकर मुझसे एवं अन्य निवेशको से रकम जमा कराकर गबन कर लिया गया है साथ ही संस्था में कार्यरत कर्मचारियों का वेतन भुगतान नही किया गया है।

जिसमें उन्होंने बताया है कि राधिका विहार ऑपोसिट फेस 2 सीपत रोड सरकण्डा में मानस रंजन मिश्रा द्वारा त्वरित निदान माइक्रो फाउण्डेशन नाम से संस्था संचालित किया जा रहा है एवं मानस रंजन मिश्रा के द्वारा ही एक अन्य संस्था ए.पी. वेंचर के नाम पर संचालित किया जाता है जिसकी संस्था प्रमुख मानस रंजन मिश्रा की पत्नि प्रभा मिश्रा है जिसका कार्यालय भी सी टी कम्प्लेक्स राधिका विहार सरकण्डा में स्थित है मानस रंजन मिश्रा द्वारा त्वरित निदान फाउण्डेशन संस्था के द्वारा बिलासपुर जिले में दिये जा रहे ऋण दस्तावेज के निरीक्षण हेतु मुझे मासिक दर पर 27083/- पर कार्य करने दिनांक 20.01.2023 को नौकरी पर रखा गया था,जहां पर मै उक्त संस्था से ऋण लेने वाले कस्टमर का पते एवं दस्तावेज का वेरीफिकेशन करता था मै उक्त संस्था में 20 जनवरी 2023 से 15 जनवरी 2024 तक काम किया हूं मानस रंजन मिश्रा मुझे मात्र दो माह का सेलेरी दिया गया, बाद मे सेलेरी देने में आनाकानी करने लगा इसी बीच मानस रंजन मिश्रा एवं उसकी पत्नि प्रभा मिश्रा द्वारा मुझे कहा कि आप का काम अच्छा है आप मेरे संस्था में रकम जमा करेंगे तो मै 07 से 12 महिने में रकम दोगुनी करके रकम वापस करूंगा मै मानस रंजन मिश्रा एवं उसकी पत्नि प्रभा मिश्रा की बातो में आकर 28.01.2023 से 14.08.2023 तक कुल रकम 23 लाख 27 हजार रुपए दिए गए, तब मानस रंजन मिश्रा एवं उसकी पत्नि प्रभा मिश्रा द्वारा यह आश्वस्त किया गया था आपके द्वारा संस्था में लगाया गया रकम को 7 से 12 माह के भीतर आपको डबल रकम के साथ लगभग 46 लाख 54 हजार वापस प्राप्त हो जावेगा, इसके अतिरिक्त आपको नियमतः वेतन 27083/- भी प्राप्त होता रहेगा। लगभग 7 माह बीत जाने के उपरांत भी कोई पैसा प्राप्त नहीं हुआ है, तब माह दिसम्बर 2023 के बाद मानस रंजन मिश्रा और उसकी पत्नि से रकम के बारे में बात करने पर अभद्र व्यवहार किया जाने लगा एवं वेतन देना पूर्ण रूप बंद कर दिया गया, बातचीत करना भी बंद कर दिया गया और कहा गया कि आपको काम करना है तो करिए, या फिर संस्था में आना बंद कर दीजिए मानस रंजन मिश्रा के संस्था में किये गये कार्य का वेतन लगभग 2,43,000/- रूपये बकाया है एवं उक्त संस्था में जमा किये गये रकम जो लगभग 46 लाख 54 हजार डबल करके मुझे देने का वायदा किया गया था वह रकम भी अभी तक नही मिला है इस तरह धोखाधड़ी किया गया है। वही उक्त संस्था में अमित पाटनवार, रोशनी जांगड़े एवं अन्य लोग भी कार्य करते थे जिसे भी 16 लाख रूपये एवं 22 लाख 50 हजार रूपये अपने संस्था में जमा कराया गया है एवं किसी को भी रकम डबल करके वापस नही किया है साथ ही सबका वेतन नही दिया गया है, मानस रंजन मिश्रा एवं उसकी पत्नि प्रभा मिश्रा एवं संस्था में शामिल अन्य लोगो के द्वारा कई लोगो से धोखाधड़ी कर करोड़ो की रकम जमा कराया गया है। मामले में प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस ने मानस रंजन मिश्रा, प्रभा मिश्रा एवं अन्य के खिलाफ धारा 120-B-IPC, 409-IPC, 420-IPC के तहत मामला दर्ज कर लिया है।