हरिशंकर पांडेय
मल्हार – परम्परानुसार नवरात्र के बाद माँ डिडनेश्वरी मंदिर परिसर से भव्य कलश शोभायात्रा निकलती है जिसका इंतजार नगरवासियो के अलावा आसपास के गांवों के लोगो को होता है।
गुरुवार को भी मंदिर परिसर से भव्य व दिव्य कलशयात्रा निकाली गई जिसमें पांच सौ से ज्यादा महिलाओ व युवतियाँ कलश यात्रा में शामिल हुई।
जिन्होंने पीली व लाल साड़ी धारण कर कतारबद्ध होकर कलशयात्रा को खूबसूरत बना दिया। झांझ मंजीरों के धुन में नाचते गाते लोगो ने कलशयात्रा की अगुवाई करते हुए नगर भ्रमण किया।
मंदिर से निकली कलशयात्रा ठाकुरदेव चौक, बाजार चौक, स्कूल चौक होते हुए मेला चौक स्थित भगवान पातालेश्वर मंदिर पहुची जहां पूजा पाठ के बाद पौराणिक महत्व के खैया तालाब में जंवारा विसर्जन किया गया।
जिसके बाद कलशयात्रा पुनः मंदिर के लिए प्रस्थान किया। कलशयात्रा के दौरान देवांगन मोहल्ला की महिलाओं ने अपने घरों के सामने चौका आरती सजाकर शोभायात्रा का स्वागत किया। उल्लेखनीय है कि 1991 से अनवरत रूप से दोनों नवरात्र पर्व के बाद कलशयात्रा निकालने की परंपरा रही है।
माना जाता है कि नवरात्र के बाद माता डिडनेश्वरी स्वयम कलशयात्रा में शामिल होकर नगर भ्रमण कर अपने भक्तों को दर्शन देती है। इसी मान्यता के साथ हजारो श्रद्धालु इस भव्य कलशयात्रा का साक्षी बनते है। कलशयात्रा सम्पन्न होने के बाद नवरात्र पर्व विश्राम की धोषणा मंदिर प्रबंधन द्वारा की गई।