
उदय सिंह
मल्हार – प्राकृतिक रूप से दूषित नदियों और जलाशय को प्रदूषण मुक्त करने का नया तरीका 7 वी कक्षा के एक छात्र ने ढूंढ निकाला है। नवोदय विद्यालय मल्हार में पढ़ने वाले यश राज साहू ने अंडरस्टैंडिंग पोल्यूटिंग वेस्ट मटेरियल ऑफ़ वेडलर के एक नए प्रोजेक्ट को तैयार किया है। जिसका चयन 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में नेशनल लेवल पर किया गया है। आपको बता दे कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन जिला एवं राज्य पर प्रतिवर्ष किया जाता है। राज्य स्तर पर चयनित बाल वैज्ञानिक राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में भाग लेकर अपने मॉडल प्रदर्शित करते हैं।

यह कार्यक्रम 10 से 17 वर्ष के बच्चों को एक अवसर प्रदान करता है, जहां वे अपने वैज्ञानिक संकल्पनाओं को मुख्य विषय एवं उपविषयों पर शोध परियोजनाओं मॉडल आदि के द्वारा प्रस्तुत करते हैं। यह कार्यक्रम बच्चों को प्रयोग, आंकड़ा संकलन, शोध, विश्लेषण एवं नवाचार प्रक्रिया से परिणाम तक पहुंचकर स्थानीय समस्याओं का समाधान तलाशने का अवसर प्रदान करता है। इसी कड़ी में ‘स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र की समझ’ शीर्षक पर आधारित 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की शुरुआत क्लस्टर लेवल पर 27 नवंबर से शुरू हुआ था। जिसमे नवोदय विद्यालय मल्हार में पढ़ने वाले 7 वी के यश राज साहू सहित दो अन्य छात्रों का अलग अलग प्रॉजेक्ट को लेकर चयन हुआ था।

जहां कड़ी दर कड़ी छात्र यश राज साहू के द्वारा प्रस्तुत किए गए जल प्रदूषण के प्रबंधन को देख सभी अचंभित रह गए। इसी बीच आयोजन समिति द्वारा नेशनल में सिलेक्शन के लिए 18 दिसंबर को ऑनलाइन प्रजेंटेशन यश राज साहू द्वारा दिया गया। जिसके बाद भोपाल रीजन के अंतर्गत आने वाले नवोदय विद्यालय मल्हार में पढ़ने वाले यश राज साहू के प्रॉजेक्ट का चयन नेशनल के लिए कर लिया गया है।

आपको बता दे उक्त प्रजेंटेशन में छात्र ने बताया कि नदियों और जलाशय में तेजी से फैल रहे प्रदूषण को जलकुंभी, मछली पालन सहित नदियों के किनारे कुछ औषधि के पेड़ पौधे लगाने मात्रा से ही जल प्रदूषण को रोका जा सकता है।