
मुमकिन है कि वे अक्षय कुमार के साथ उसके विवाह को राजी हुए ही ना हो और अब ज्योति के फांसी लगा लेने के बाद वे खुद को पाक साफ बताने, ऐसी कहानी सुना रहे हैं , सच्चाई क्या है, यह तो पुलिस जांच में ही स्पष्ट हो पाएगी
सत्याग्रह डेस्क
ग्राम उरतुम में रहने वाली ज्योति रात्रे के हाथों में मेहंदी सजने वाली थी ।इसी महीने की 17 तारीख को दुल्हन के जोड़े में सज कर ज्योति डोली में ससुराल जाने वाली थी, लेकिन नियति ने ऐसा खेल रचा कि जिसकी डोली उठनी थी ,उसकी अर्थी उठी। ज्योति रात्रे की कहानी किसी फिल्मी कहानी की तरह कई ट्विस्ट लिए हुए हैं । ग्राम उरतुम की रहने वाली ज्योति रात्रे के परिजनों ने बताया कि ज्योति का विवाह ढेका में रहने वाले राजेश गढेवाल के साथ तय हुआ था। रिश्ता तय होने के बाद तमाम रस्म भी पूरे हो चुके थे। रस्म अदायगी के दौरान खामोश रहने वाली ज्योति ने आखिरकार अपने दिल की बात अपने घर वालों को बताई। ज्योति ने कहा कि वह इस रिश्ते से खुश नहीं है, क्योंकि ज्योति कवारीडीह सीपत में रहने वाले अक्षय कुमार से प्रेम करती थी। गांव में रहने के बावजूद ज्योति रात्रे के परिजन दकियानूसी नहीं थे । उन्हें बेटी की खुशी अधिक प्रिय थी, इसलिए ज्योति की भावनाओं का कद्र करते हुए उन्होंने सहर्ष उसका विवाह अक्षय कुमार के साथ करने पर अपनी सहमति दे दी। दोनों के विवाह की तिथि भी तय हो गई । 17 मई को अक्षय कुमार के साथ ज्योति का विवाह होना था, लेकिन इससे पहले उसने अचानक फांसी लगाकर जान दे दी। जिस बेटी के आंखों में भविष्य को लेकर सुनहरे सपने तैर रहे थे, उसके अचानक आंखें मूंद लेने से पूरे परिवार पर जैसे पहाड़ टूट पड़ा ।किसी को कुछ समझ ही नहीं आ रहा कि आखिर ज्योति ने ऐसा क्यों किया । अगर परिजन उसके प्रेमी के साथ विवाह को तैयार नहीं होते ,तब अगर ज्योति यह कदम उठाती तो इसकी वजह भी समझ में आती, लेकिन परिजनों के खुशी खुशी राजी हो जाने के बाद भी आखिर ज्योति ने ऐसा कदम क्यों उठाया, इस पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। परिजनों ने कई तरह का संदेह जाताया है। परिजनों के अनुसार सोमवार रात फांसी लगाने से पहले ज्योति और अक्षय की मुलाकात हुई थी और अक्षय ने बाकायदा ज्योति की मांग भर कर जयमाला की रस्म भी पूरी की थी। यानी दोनों ने गंधर्व विवाह किया था। और उसी रात ज्योति ने फांसी लगा ली। अंदेशा जताया जा रहा है कि मुलाकात के दौरान दोनों के बीच राजेश गड़ेवाल को लेकर किसी तरह की बातचीत हुई और दोनों के बीच विवाद हो गया, जिस वजह से ज्योति ने यह कदम उठाया ।वैसे यह बात भी हैरान करने वाली है कि जब परिजन सहमत हो चुके हैं और 17 मई को ही ज्योति और अक्षय कुमार की शादी होने वाली थी तो फिर मुलाकात के दौरान जयमाला की रस्म और मांग में सिंदूर भरने की क्या जरूरत थी। ज्योति ने सुहागन के रूप में फांसी लगाई है। फांसी लगाते वक्त उसकी मांग भरी हुई थी ।कुल मिलाकर यह पूरा मामला रहस्यमय और अनसुलझा है । जिस पर से सरकंडा पुलिस को पर्दा उठाना है कि आखिर ज्योति को यह खतरनाक कदम क्यों उठाना पड़ा।क्या इसके पीछे अक्षय कुमार या राजेश गढेवाल की भी कोई भूमिका है, यह भी जांच का विषय है। मुमकिन है ज्योति के परिजन जो कहानी सुना रहे हैं वह भी मनगढ़ंत हो। मुमकिन है कि वे अक्षय कुमार के साथ उसके विवाह को राजी हुए ही ना हो और अब ज्योति के फांसी लगा लेने के बाद वे खुद को पाक साफ बताने, ऐसी कहानी सुना रहे हैं , सच्चाई क्या है, यह तो पुलिस जांच में ही स्पष्ट हो पाएगी।