
रमेश राजपूत

बिलासपुर -शहर में लगातार बढ़ रहे अतिक्रमण को देखते हुए निगम आयुक्त प्रभाकर पांडे शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करने अतिक्रमण दस्ते को निर्देशित किया था, जिसके बाद मंगलवार को बिलासा चौक शनिचरी रपटा,और नेहरू चौक से मुंगेली नाका तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। जिस पर अतिक्रमण शाखा प्रभारी प्रमिल शर्मा, शिव बहादुर जायसवाल समेत अतिक्रमण शाखा की टीम ने अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करते हुए ठेला गुमटी वाले को हिदायत दी है। एक तरफ शहर स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अतिक्रमणकारी निगम अधिकारियों के लिए गले की फांस बनते जा रहे हैं कार्रवाई करने के बाद भी अतिक्रमणकारी कुछ घंटों बाद अपनी दुकान यहाँ फिर से सजा लेते हैं। जिससे चौक चौराहों समेत सड़कों पर जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है।
वेंडर जोन सहित निश्चित जगह की दरकार..
इसकी मुख्य वजह यह भी है कि ठेले गुमटी वालों के पास अपने परिवार का पेट पालने कोई जगह निर्धारित नहीं है। जिसके कारण ये लोग सड़क और चौक चौराहों के किनारे ठेले गुमटी लगा लेते हैं और कार्यवाही के दौरान इन्हें सड़क से हटाया जाता है। लेकिन ये लाचार और मजबूर लोग आखिर अपना व्यवसाय कहां करें और किस तरह अपने परिवार का पेट पाले इन के लिए यह एक बड़ी पीड़ा है जिसे अभी तक किसी ने नहीं समझा, रायपुर की तर्ज पर शहर में भी वेंडिंग जोन बनाया जाना था, जहां ठेले गुमटी वालों को स्थापित करने की योजना बनाई गई थी। लेकिन ये योजना अभी सिर्फ कागजों पर सिमटी हुई है अगर शहर को व्यवस्थित करना है तो सबसे पहले ठेले गुमटी वालों को शिफ्ट करने की जरूरत है जिसके बाद ही शहर का स्वरूप बदला जा सकता है।