
भुवनेश्वर बंजारे
मुंगेली – शिक्षक के घर 11 लाख रुपए की लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो अंतर्राज्यीय लुटेरो को मुंगेली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने लूट के करीब 7 लाख 34 हजार रूपए कीमती जेवरो को बरामद किया है। मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला 18 फरवरी 2025 की रात लोरमी थाना क्षेत्र के मसना गांव का है, जहां प्रधान पाठक द्वारिका प्रसाद वैष्णव किराने के दुकान से करीब 8 बजे अपने घर लौटे तो दो नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें और उनकी पत्नी को बंधक बना लिया। अपराधियों ने कट्टा दिखाकर घर की आलमारी से करीब 10 तोला सोना, एक किलो चांदी सहित और 3 लाख रुपये नगद सहित कुल 11 लाख की लूट को अंजाम दिया। जिसकी शिकायत प्रार्थी ने लोरमी थाने में शिकायत दर्ज कराई। उक्त शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देश पर विशेष टीम गठित कर जांच शुरू की गई। इस दौरान पुलिस ने लोरमी के ठरकपुर निवासी राजकुमार कश्यप को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने अपराध कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने दूसरे आरोपी तौहीद खान को इंदाबानी मोड़, थाना सोमनी से गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से सोने का झुमका 01 जोडी , 01 नंग नथनी , 01 नंग अगूठी , 01 नेग लाकेट , 01 सेट चोकर ,चांदी का 02 जोडी लच्छा ,01 जोडी पायल , 01 नंग करधन , 01 जोडी पायल , 01 नंग कटोरी , सौ बिछिया 02 जोडी , चम्मच 03 नंग ,रिंग 02 नंग ,02 जोडा , 02 नंग मोबाईल सहित घटना मे प्रयुक्त 02 मो.सा के साथ लूट के नगदी रकम 90 हजार को अपने एचडीएफसी बैंक के खाता मे जमा करना एवं 1300 रूपये जुमला किमती 734000 लगभग व 01 नग देशी कट्टा आरोपी के कब्जे से पुलिस ने जब्त कर आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस पूरे ऑपरेशन में लोरमी थाना प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार वैष्णव, सायबर सेल प्रभारी नंदलाल पैकरा सहित अन्य पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से इलाके में अपराधियों में खौफ और आम जनता में सुरक्षा का विश्वास बढ़ा है।
बड़ी बड़ी लूट की घटनाओं को दे चुके है अंजाम..
गिरफ्तार आरोपी राजकुमार कश्यप और तौहीद खान शातिर अपराधी हैं, जो पहले भी कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। 2013 में इन्होंने गैंगस्टर उपेंद्र सिंह उर्फ कबरा को छुड़ाने के लिए ट्रेन हाईजैक किया था, जबकि 2014 में दुर्ग जिले के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में हुई डकैती में हथियार सप्लाई किए थे। इसके अलावा, कोरबा, राजनांदगांव और अन्य जिलों में भी लूट और डकैती की घटनाओं में आरोपी शामिल रहे हैं।