
मुमकिन है कि अगले कुछ घंटों में या फिर एक-दो दिनों में इस पर से भी पर्दा उठ जाएगा
आकाश दत्त मिश्रा
रविवार शाम को भारतीय जनता पार्टी ने 185 उम्मीदवारों का ऐलान किया, जिसमें छत्तीसगढ़ के भी 5 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए गए हैं। इसी के साथ यह चर्चा जोर पकड़ती जा रही है कि बिलासपुर में लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कौन होंगे। अलग अलग खेमों से अलग अलग नाम उभर कर सामने आ रहे हैं । पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को बड़ा दावेदार माना जा रहा है तो वही आर एस एस के डॉक्टर विनोद तिवारी के नाम की भी चर्चा है, लेकिन इसी दौरान एक नया नाम तेजी से उभर कर सामने आया है और वह है अधिवक्ता आशीष शुक्ला का नाम। बताया जा रहा है कि बिलासपुर लोकसभा सीट के लिए आशीष शुक्ला का नाम लगभग फाइनल कर लिया गया है और इसी वजह से उन्हें दिल्ली बुलाया गया है। फिलहाल दिल्ली में संसदीय समिति की बैठक चल रही है और दावा किया जा रहा है उसके बाद कभी भी बिलासपुर लोकसभा सीट भाजपा प्रत्याशी के बतौर आशीष शुक्ला के नाम का ऐलान किया जा सकता है।
अधिकांश लोगों के लिए आशीष शुक्ला का नाम भले ही अपरिचित हो लेकिन उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक रही है। खुद आशीष शुक्ला 15 वर्षों से बिलासपुर उच्च न्यायालय में शासकीय अधिवक्ता रहे हैं ,उनके पिता मदनलाल 1977 के दौरान जांजगीर से सांसद थे । उनका परिवार आर एस एस से जुड़ा हुआ है। आशीष शुक्ला भले ही सक्रिय राजनीति में ना रहे हो लेकिन उनके बड़े भाई एल्डरमैन मनीष शुक्ला किसी परिचय के मोहताज नहीं है। आर एस एस और भारतीय जनता पार्टी की पारिवारिक पृष्ठभूमि, वकालत का पेशा और साफ छवि की वजह से भारतीय जनता पार्टी उन पर दांव खेल सकती है। फिलहाल जो कुछ संभावित नाम सामने हैं उनमें आशीष शुक्ला की दावेदारी इसलिए भी बेहतर मानी जा रही है क्योंकि पार्टी ने खुद उन्हें इस वक्त दिल्ली बुलाया है और वे दिल्ली में ही है। अगर पूर्व सांसद मदन लाल शुक्ल के बेटे आशीष शुक्ला को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया जाता है तो फिर इसे यह माना जाएगा कि पिछले कुछ समय से लगातार जो ब्राह्मण प्रत्याशी की मांग की जा रही थी, उस पर भारतीय जनता पार्टी ने गंभीरता से निर्णय लिया है ।मुमकिन है कि अगले कुछ घंटों में या फिर एक-दो दिनों में इस पर से भी पर्दा उठ जाएगा।