
रमेश राजपूत
बिलासपुर – शहर में असामाजिक तत्वों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब सड़कों पर चलना भी असुरक्षित होता जा रहा है। रविवार शाम डीपी कॉलेज के पास रायगढ़ निवासी छात्र दामोदर डडसेना पर धारदार हथियार से हमला कर दिया गया। घटना ने न केवल क्षेत्र को दहला दिया, बल्कि पुलिस की गश्त और सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार दामोदर डड़सेना शहर में रहकर आकाश इंस्टीट्यूट में पढ़ाई करता है। रविवार को कोचिंग से छुट्टी के बाद वह नाश्ते के लिए जा रहा था। तभी डीपी कॉलेज के सामने एक ब्लैक रंग की एक्टिवा का चालक बिना इंडिकेटर दिए तेज रफ्तार से आया। दामोदर ने इस पर आपत्ति जताई तो आरोपी, जो नशे में धुत था, गाली-गलौज पर उतर आया और झगड़ा करने लगा। देखते ही देखते उसने नुकीली धारदार वस्तु से दामोदर पर हमला कर दिया। हमले में छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत उसे सिम्स अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को खतरे से बाहर बताया है। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और लोग सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आक्रोशित दिखे। स्थानीय लोगों का कहना है कि आए दिन असामाजिक तत्व नशे में झगड़े और चाकूबाजी जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। भले ही घटना के बाद पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर लेती है, लेकिन कानून का ऐसा भय अब दिखाई नहीं देता। यही वजह है कि अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। वहीं, शहरवासियों का कहना है कि पुलिस को केवल घटना के बाद कार्रवाई करने के बजाय पहले से ही सख्त निगरानी और गश्त बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके। शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर उठते ये सवाल अब प्रशासन और पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गए हैं।