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बिलासपुर रेंज आईजी ने अंजोर रथ यानी कि चलित थाने की शुरुआत की है।अंजोर रथ के माध्यम से पुलिस विभाग ग्रामीणों को बढ़ते अपराध को लेकर किस तरह से सक्रिय रहना है इस क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाएगी।अंजोर रथ पूरी तरह से हाईटेक है,जिसके द्वारा तत्काल सभी समस्याओं का समाधान भी किया जायेगा।
समाज मे होने वाले अपराध और उसकी रोकथाम को लेकर बिलासपुर पुलिस ने अंजोर रथ की शुरूआत की है। यह रथ गांव गांव जाकर लोगों को जागरूक करने का काम करेगा।आईजी प्रदीप गुप्ता,पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय से अंजोर रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। अंजोर रथ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों मे पहुंच कर लोगो को अपराधों से बचाव की जानकारी देगा ,इसके लिए विभाग ने आडियो और विडियो तैयार किया है। इसके माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा।जिले के आम नागरिकों को जागरूक और अपराध के प्रति सजग करने के लिए मंगलवार को आईजी प्रदीप गुप्ता और एसपी प्रशांत अग्रवाल ने अंजोर रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ‘अंजोर रथ’ के माध्यम से मुख्यतः चिटफण्ड कंपनियों, साईबर क्राईम, एटीएम फ्रॉड, डॉयल-112, यातायात संबंधी नियम, लैंगिक अपराध, मानव दुर्व्यापार और मानव तस्करी रोकने की जानकारी दी जायेगी।
‘अंजोर रथ’ को प्रदेश के प्रत्येक जिले में पृथक-पृथक तैयार किया जा रहा है। ‘अंजोर रथ’ विशेष रूप से ग्रामीण अंचल के साप्ताहिक बाजारों, स्कूल, कॉलेजों, चौपालों और गांवों में जायेगा। यह रथ पुलिस विभाग के चलित थाने के रूप में कार्य करेगा। अंजोर रथ में चलित थाना का सेटअप प्रदान किया गया है,इसमे एक सहायक उप निरीक्षक,एक हेड कॉन्स्टेबल,2 महिला आरक्षक और साइबर सेल एक्सपर्ट होगा,मौके में मिली शिकायत का निराकरण किया जायेगा और मार्गदर्शन दिया जायेगा।वही गंभीर मामलों में शिकायत लेकर संबंधित थाने में प्रकरण भेजा जायेगा। आम नागरिकों को संज्ञेय तथा असंज्ञेय अपराध के साथ-साथ विधिक जानकारी भी इस रथ के माध्यम से दी जायेगी।
स्कूल, कॉलेज की छात्राओं को महिला पुलिस कर्मियों द्वारा गुड टच और बेड टच के बारे में भी जानकारी दी जायेगी। साथ ही रथ के माध्यम से नशा के दुष्परिणाम के बारे में भी जानकारी दी जायेगी।फिलहाल पुलिस की यह तकनीक कितनी सफल साबित होगी,यह आगामी दिनों पता चल सकेगा।