
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – छत्तीसगढ़ देश के उन शीर्ष पांच राज्यों में शामिल है जहां कोरोना का रिकवरी रेट बहुत बेहतर है। मगर, यह भी उतना ही सच है कि प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 24 मार्च 2020 को सिर्फ एक थी, वह आज 85 हजार के करीब जा पहुंची है। जिन्हें रोकने अब छत्तीसगढ़ में आईसीएमआर की टीम द्वारा सीरो सर्वे की शुरूआत कर दी गई है। इसी कड़ी में आईसीएमआर की टीम ने रविवार को बिलासपुर जिले में लोगों के शरीर में एंटीबॉडी की जांच के लिए सैंपल संकलित किए है। आपको बता दें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा आईसीएमआर के विशेषज्ञों से कराए जा रहे सीरो सर्विलेंस से आम लोगों और उच्च जोखिम वर्गों में कोविड-19 के विरूद्ध रोग प्रतिरोधक क्षमता का पता चलेगा। इसके तहत अब तक जिले के 280 लोगों का सैम्पल लिया गया है। इसकी जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी और इससे पता चलेगा कि अपने जिले के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसी है। मालूम हो इससे पूर्व रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव में भी सीरो सर्वे किया जा चुका है। सीरो सर्विलेंस की रिपोर्ट से प्रदेश में कोरोना संक्रमण से निपटने की रणनीति तैयार करने में भी मदद मिलेगी। रविवार को जिले में लिए गए सैंपल आईसीएमआर की अलग-अलग टीमों ने आम लोगों में 120 और ज्यादा जोखिम वाले समूहों के 160 लोगों जिसमें इम्युनो-कॉम्प्रोमाइज्ड व्यक्तियों, अस्पताल स्टॉफ, पुलिस, प्रवासी श्रमिकों, औद्योगिक कार्मिकों, मीडिया और भीड़ के बीच काम करने वाले स्टॉफ शामिल हैं,उक्त सर्वे में लगे टीम में डॉ. मोहता, डॉ. इरशाद खान, डॉ. हेमंत, डॉ. देवदास, चंद्रकिशोर एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद रहे।
क्या होता है सीरो सर्विलेंस…
विशेषज्ञों की टीम जिलों में पहुंचकर ग्राउंड लेवल पर जाकर कोरोना सैंपल कलेक्ट करती है। मरीजों से मिलती है और संदिग्ध लोगों से मिलती है। वायरस के फैलाव के कारणों को देखती है। फिर आंकलन किया जाता है कि आखिर वायरस किन कारणों से फैल रहा है या उसके फैलने की आशंका है।
क्यों कराया जा रहा सीरो सर्वे की प्रक्रिया-
इन हालातों में अब सरकार कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य में बड़ा सर्वे शुरू कराने जा रही है। यह सर्वे बताएगा कि क्या अब लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो रही है कि नहीं, सीरो के नाम से जाने जाने वाले इस हर्ड इम्युनिटी सर्वे को कोरोना संक्रमण के इलाज के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कुछ दिन पहले ही इसे लेकर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। यह सर्वे राज्य के सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों से होगी और यह सर्वे बताएगा कि क्या बीमारी से उबर कर स्वस्थ लोगों में इसके प्रति रोग प्रतिरोधकता विकसित हुई है या नही?