
उदय सिंह
मल्हार – मल्हार से जांजगीर चाम्पा जिले को जोड़ने वाली यह महत्वपूर्ण सड़क वर्षो से उपेक्षित है जिसकी सुध नगर पंचायत प्रशासन नही ले रहा, वही अब भरे बरसात में मिट्टी युक्त मुरुम डालने की वजह से पूरा सड़क कीचड़ से सराबोर हो गया। जिससे नदी पार जाने वालों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। माँ डिडनेश्वरी मंदिर के किनारे से लीलागर नदी जाने का यह एकमात्र रास्ता है जहां इस नदी में एनीकट भी बना है। यह रास्ता जांजगीर जिले को भी जोड़ता है जिसके कारण यह रास्ता महत्वपूर्ण हो जाता है। इस रास्ते से कई गांव के लोग व्यापार के लिए सामान लेने मल्हार आते है इसके अलावा एक दूसरे जिले के लोग शॉर्टकट रास्ता होने के कारण विभिन्न जगह जाते है। जिसको पक्की सीसी रोड बनाने की मांग वर्षो से हो रही है परन्तु किसी ने ध्यान नही दिया और अब लोगो को परेशान करने भरे बरसात में ही मिट्टी युक्त मुरुम को डाल दिया गया है,
जिसके बाद फिलिंग भी कराना उचित नही समझा जा रहा, जिसका परिणाम ये हुआ कि अब इस मार्ग में पैदल भी चला नही जा सकता। नगर पंचायत के इंजीनियर भुनेश साहू ने बताया कि परिषद द्वारा इस मार्ग के मरम्मत के लिए इस्टीमेट बनवाया गया था जिसमे मुरुम डालकर मरम्मत के लिए 3 लाख की राशि स्वीकृत हुई है। जिसमें पुरेना तालाब से एनीकट तक के दो किलोमीटर के रास्ते में मरम्मत होना है। उन्होंने बताया कि मुरुम डालने के बाद बारिश हो गई जिससे रोलिंग करने का मौका नही मिला जिसके कारण रास्ता दलदल हो गया है जिसे जल्द ही फिलिंग करवाएंगे और बरसात के बाद करीब 1 करोड़ की लागत से सीसी रोड बनेगा जिसकी स्वीकृति लगभग हो गई है।