
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – इतिहास में दर्ज होगा कोरोना के कर्म योद्धाओं का नाम, जिन्होंने ऐसे नाजुक वक्त में देश प्रदेश अपितु मानव जीवन की रक्षा के लिए अपनी जान को दांव पर लगा दिया है। वैश्विक स्तर पर खौफ और दहशत का दूसरा पर्याय बन चुके कोरोना वायरस के डर के चलते जहां समूचा देश घरों में कैद है, तो वहीं पूरा चिकित्सा जगत इससे मानव जीवन को बचाने जुटा हुआ है, इन्हीं में से है जिले की हमारी महिला जाबांज सिपाही जो मिसाल बनकर सामने आई है, जो ऐसे वक्त अपनी पूरी हिम्मत और हौसले से इस वायरस से लड़ रही हैं। न्यायधानी के इन कोरोना वारियर्स के बारे में सुनेंगे तो आप उन्हें शाबाशी तो देंगे ही खुद भी गर्व से अपना सीना ऊँचा कर चलेंगे कि यह हमारी बेटियां हैं। नारीशक्ति स्वरूप यह कोरोना वारियर्स कोई और नही स्वास्थ्य विभाग के टेक्नीशियन के पद पर पदस्थ अनामिका यादव और यूनिता बंजारे है। जिन्होंने जिले की पहली महिला कोरोना पॉजिटीव का सेंपल लिया था। जो अब तक अपनी जान को जोखिम में डाल निडर होकर 374 सैंपल कलेक्ट कर चुकी है। जिसमे अनामिका यादव ने 216 तो यूनिता बंजारे ने भी जिले भर से 158 संदेहियों के सैपल लिए है। मालूम हो जिले में कोराना के सैंपल लेने के लिए सीएमएचओं डॉ. प्रमोद महाजन ने 9 लोगो की एक टीम बना रखी है जिसमें अनामिका और यूनिता ने ही जिले में सर्वाधिक लोगो की जांच कर उनका सैंपल लिया है। इससे पहले यह जिला अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के रुप में कार्यरत थी। लेकिन कोरोना संक्रमण का प्रकोप आते ही इन्हें सैंपल लेने की जिम्मेदारी दि गई। जिसके बाद से यह पारिवारिक मोह छोड़ न्यायधानी की कर्मवीर बन कोरोना संक्रमण को हराने की लड़ाई में कूद गई। बीते एक महीने से यह सुबह 9 बजे से लेकर रात 12 बजे तक संदिग्धों की जांच करने जुटी रहती है। बिलासपुर के इन योद्धाओं का मानना है, कि पूरा जिला उनका परिवार है। जिनके रक्षा की जिम्मेवारी उनके कंधों पर है। तभी तो अनामिका यादव अपने पति और सास-ससुर का आशीर्वाद ले मोर्चें पर डट गई। तो यूनिता बंजारे ने अपने जिगर का टुकड़ा छोड़ आंख में आंसू भरकर जाबांजी के साथ ड्यूटी कर रही हैं। इस कठिन समय ये इतिहास के सीने पर अपनी बहादुरी का जो हरफ लिख रहीं है उसे आने वाले दिनों में इतिहास याद रखेगा….
कोरोना का डर था हावी,,,उसे भी हरा दिया…

कोरोना वायरस और मानवता की छीड़ी इस जंग में लड़ने वाली लैब टेक्नीशियन अनामिका यादव का कहना है कि जिले में सैंपल लेने से पहले कोरोना के बारे में सुना था। लेकिन पहले दिन 22 मार्च को मैने सकरी क्षेत्र से जो महिला का सैंपल लिया वो कोरोना पॉजिटिव निकली जिसके बाद थोड़ा घबराहट तो हुई लेकिन इसके बाद कोरोना वायरस से डर पूरी तरह से खत्म हो गई।
सहकर्मियों का आत्मविश्वास बढ़ाने का लिया जिम्मा..

कोरोना सैंपलिंग में जुटी कोरोना वारियर्स अनामिका यादव और यूनिता बंजारे वैसे तो पूर्व में स्वाईन फ्लू का सैंपल ले चुकी है। वही उन्हें जब से यह जिम्मेदारी सौपी गई है उन्होंने आईडीएसपी से ट्रेनिंग लेने के बाद कोरोना संक्रमण के खतरे की पूर्ण जानकारी हासिल कर अन्य कोरोना वारियर्स का आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ संदिग्धों के सैम्पलिंग लेने की ट्रैनिंग देनी भी शुरू कर दी है।
मौत के साये में काम कर रहे यह वीर...
देश मे कोरोना संक्रमण ने 700 से अधिक जिंदगियों को निगल लिया है। तो हजारों इसके वायरस के चपेट में है। इससे कोरोना योद्धा भी अछूते नही है। हाल ही में रायपुर एम्स के नर्सिंग ऑफिसर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे यह अंदाजा तो आसानी से लगाया जा सकता है। कि प्रदेशभर में जो मेडिकल स्टाफ कोरोना संक्रमितों के राहत कार्य के लिए लगे है, वह अपनी जान हथेली पर रख काम कर रहे है।