उदय सिंह
बिलासपुर – नगर पंचायत मल्हार के रहवासी अपने विकास को लेकर चिंतित है, जो नगर के जस के तस हालात को लेकर अब फिर से मल्हार को ग्राम पंचायत बनाने की मांग कर रहे है। नगर के सुधि नागरिक राजेश पांडेय ने सीधे राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर इसकी मांग की है, जिसमें उन्होंने बताया है कि ऐतिहासिक, धार्मिक, पुरातात्विक पर्यटन नगरी मल्हार बिलासपुर जिले के मस्तुरी जनपद पंचायत का सबसे बड़े ग्राम पंचायतो में शामिल था,
जिसे छ.ग. शासन ने सन् 2008 मे नगर पंचायत घोषित कर दिया गया परिणाम स्वरूप सचिव के स्थान पर सी.एम.ओ. पंच के जगह पार्षद हो गये । ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बने इतने वर्ष हो गये पार्टी शासन बदल गये मगर नगर ज्यों का त्यों अंगद जैसे पैर खड़ा हुआ है । बोर्ड रिकार्ड कागज की सूची बस मे परिवर्तन हुआ है। मल्हार मे मुलभुत नगर पंचायत मे जो सुविधा होती है जैसे यात्री प्रतिक्षालय , बस स्टेण्ड , वाचनालय शुलभ शौचालय , तहसील कार्यालय , पंजीयक कार्यालय , पुलिस थाना , कॉलेज , मनोरंजन पार्क , जीम खाना ,
कन्या हाईस्कूल , धर्मशाला , पक्की सड़क , आत्मानंद विद्यालय , नाली , दैनिक हटरी चौरा सहित अन्य चीजें नही है । यह नगरीय पर्यटन स्थल घोषित है जबकि यहां पर किसी भी विभाग का कार्यालय , कर्मचारी नही है । राम वनगमन पथ , हो या शक्तिपीठ परियोजना हो इसमें यह नगर अधुरा रहता है । यहां के निवासीगण सिर्फ जलकर संप्पती कर और समेकित कर, गृह निर्माण कर, बस देने के लिए है बाकी शासन की कई योजनाओ की सुविधा यहां पर नही है । लिहाजा नगर पंचायत को ग्राम पंचायत में परिवर्तन कर दिया जाये या फिर वे सभी सुविधा नगरवासियों को मिले जिन पर उनका अधिकार है।