जुगनू तंबोली
रतनपुर – वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक रतनपुर के द्वारा एक दिवसीय वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों से आए विभिन्न वर्गों के लोगों ने भाग लिया। शिविर का मुख्य उद्देश्य लोगों को बचत, निवेश, बजट प्रबंधन और बैंकिंग सेवाओं की जानकारी देना था, ताकि वे अपने वित्तीय निर्णयों को बेहतर तरीके से ले सकें।
शिविर में विभिन्न सत्रों का आयोजन किया गया, जिनमें विशेषज्ञों ने सरल और प्रभावी तरीके से वित्तीय योजनाएं बनाने, ऋण लेने की प्रक्रिया, बीमा और पेंशन योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा डिजिटल भुगतान, यूपीआई, मोबाइल बैंकिंग और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के तरीकों पर भी चर्चा की गई। शिविर में भाग लेने वाले एक ग्रामीण प्रतिभागी ने कहा, “इस शिविर से मुझे अपनी बचत को सही तरीके से निवेश करने और बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।”
शिविर के अंत में छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक के अधिकारियों ने घोषणा की कि भविष्य में भी ऐसे और शिविरों का आयोजन किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को वित्तीय साक्षरता के प्रति जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह प्रयास समाज में आर्थिक रूप से सशक्त व्यक्तियों का निर्माण करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वित्तीय साक्षरता क्यों है महत्वपूर्ण..
वित्तीय साक्षरता का अर्थ है धन प्रबंधन, निवेश और बजट बनाने की क्षमता। यह साक्षरता लोगों को वित्तीय धोखाधड़ी से बचने, सुरक्षित निवेश करने और लंबी अवधि में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने में सहायता करती है। विशेषकर ग्रामीण और अशिक्षित वर्ग में वित्तीय जागरूकता की कमी के कारण लोग कई बार गलत निर्णय ले लेते हैं, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे शिविरों का आयोजन लोगों को सशक्त बनाता है, ताकि वे अपनी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।
शिविर के आयोजन से लोगों में वित्तीय प्रबंधन के प्रति जागरूकता और आत्मविश्वास का संचार हुआ। आयोजकों ने इसे एक सफल पहल करार दिया और उम्मीद जताई कि आने वाले समय में यह प्रयास लोगों को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध होगा।