
उदय सिंह
बिलासपुर – रेंज साइबर थाना बिलासपुर ने ऑनलाइन वित्तीय ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए अंतर्राज्यीय साइबर अपराधियों के गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला और पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री रजनेश सिंह के निर्देशन में साइबर अपराधियों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में साइबर थाना टीम को यह महत्वपूर्ण सफलता मिली। थाना सकरी क्षेत्र के एक मेडिकल व्यवसायी राजेश पाण्डेय के साथ पीएम समृद्धि योजना के तहत कम ब्याज पर 50 लाख का लोन दिलाने और 30 प्रतिशत छूट देने का झांसा देकर करीब 73 लाख 23 हजार 291 रुपये की ठगी की गई थी। आरोपियों ने स्वयं को श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस लिमिटेड, मुंबई का अधिकारी बताते हुए फर्जी नामों से लगातार कॉल कर पीड़ित को अपने जाल में फंसाया।
मामले में दर्ज अपराध क्रमांक 718/2025 की जांच के दौरान साइबर थाना टीम ने तकनीकी विश्लेषण, बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की ट्रैकिंग के आधार पर ठगी में उपयोग किए गए फर्जी खातों और सिम कार्डों की पहचान की। पता चला कि आरोपी बिहार के जिला वैशाली, ग्राम गढ़वाल कनौली के रहने वाले हैं। विशेष टीम इंस्पेक्टर रजनीश सिंह के नेतृत्व में बिहार रवाना हुई। दो दिन तक लगातार की गई पतासाजी के बाद स्थानीय पुलिस की मदद से विकास कुमार उर्फ विक्रम सिंह और अमन कुमार सिंह उर्फ पीयूष को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे दिल्ली में किराये के मकान में रहकर अपने साथियों के साथ देशभर में लोगों को लोन दिलाने का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी करते थे। आरोपी फर्जी बैंक खाते और सिम कार्ड उपलब्ध कराकर ठगी की रकम निकालते थे। पुलिस ने आरोपियों से ठगी में शामिल अन्य साथियों और रकम के इस्तेमाल से जुड़ी जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है। प्रकरण में आरोपियों पर धारा 318(4), 111(4) बीएनएस तथा 66(डी) आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।