
उदय सिंह

बिलासपुर- सभी राज्यो में लॉक डाउन की स्थिति है, आवश्यक सेवाओँ के अलावा सभी दुकानों संस्थाओं को बंद किया गया है, यहाँ तक कि ट्रेनों का संचालन रद्द कर दिया गया है, बसों और अन्य परिवहन संसाधनों पर भी पाबंदी लगा दी गई है, राज्य की सीमाओं पर रोक लगा दी गई है, ताकि कोरोना वायरस का संक्रमण रोका जा सके, शहरों में लॉक डाउन के दौरान लोगो को घरो में रहने अपील की गई है और थोड़ी सख्ती भी दिखाई जा रही है ताकि लोग घरों में रहे, लेकिन समाज के कई लोग इस चेतावनी को हल्के में ले रहे है और अपने साथ दूसरो को भी खतरे में डाल रहे है।

राष्ट्रीय स्तर पर इस वायरस को महामारी के रूप में घोषित किया गया है, फिर भी बहुत से लोग इसे गंभीरता से नही ले रहे है। जो बेवजह तफरी करने निकल रहे है, मार्केट में जबरन भीड़ बढ़ा रहे है, ताजा सामने आई कुछ तस्वीरों से समझा जा सकता है कि लोग कितने गंभीर है शहरी क्षेत्रो के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस चेतावनी को लापरवाही से लिया जा रहा है,

जहाँ आम दिनों की तरह से आमदरफ्त की जा रही है। बिलासपुर के आस पास मस्तूरी, मल्हार, रतनपुर, बिल्हा सहित कई क्षेत्रों में लॉक डाउन के नियमों का खुले आम उल्लंघन किया गया, जहाँ बहुत से लोगों ने निर्देशो को दर किनार कर तमाम प्रयासों पर पानी फेरने की कोशिश की।
अब नही तो कब….

इटली जैसे देश मे यह महामारी हजारों लोगों को निगल चुकी है, और यह अब संक्रमण के तीसरे चरण में प्रवेश करने वाली है अगर इस समय भी लोग इसे वायरस को गंभीरता से नही लेंगे तो गंभीर परिणाम पूरे देश को भुगतने पड़ सकते है, लिहाज़ा अभी से सभी को इस जिम्मेदारी का वहन करना चाहिए कि जो निर्देश शासन द्वारा जारी किए जा रहे है वह हमारे लिए ही है, जिसका अनुपालन हमे करना है।
सख्त कार्रवाई की आवश्यकता

हालांकि प्रारम्भिक तौर पर शासन अभी सख्त कार्रवाई नही कर रही है, लेकिन लापरवाह लोगों की हरकतों से अब निश्चित है ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि ऐसे लोगों को सबक सिखाया जा सके।