
रमेश राजपूत
रायपुर – राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में विश्व मानक दिवस के अवसर पर आयोजित मानक महोत्सव में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि “गुणवत्ता ही आत्मनिर्भर भारत की सच्ची पहचान है।” उन्होंने सभी क्षेत्रों में पारदर्शिता, उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा और नवाचार को सर्वोपरि बताते हुए नागरिकों को गुणवत्ता शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानक केवल नियम नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की रीढ़ हैं। मुख्यमंत्री ने भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि बीआईएस का हॉलमार्क अब उपभोक्ता विश्वास का प्रतीक बन चुका है। उन्होंने बीआईएस केयर ऐप को उपभोक्ता सशक्तिकरण की दिशा में बड़ी पहल बताया। कार्यक्रम में विभिन्न संस्थाओं और मानक क्लबों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ ज्वेलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कमल सोनी ने मुख्यमंत्री के समक्ष सराफा उद्योग की प्रमुख मांग स्वर्णकला बोर्ड गठन का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि जैसे मध्यप्रदेश और राजस्थान में स्वर्णकला बोर्ड कार्यरत हैं, वैसे ही छत्तीसगढ़ में भी सुनार कारीगरों और स्वर्ण व्यवसाय के संरक्षण के लिए बोर्ड बनना आवश्यक है। कमल सोनी ने बताया कि बीआईएस हॉलमार्क लागू होने से प्रदेश के सराफा व्यापार में पारदर्शिता और उपभोक्ता विश्वास बढ़ा है। यह व्यवस्था व्यापारियों और ग्राहकों के बीच भरोसे की नई नींव रख रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस प्रस्ताव को लोकहित से जुड़ा विषय बताते हुए कहा कि सरकार इस दिशा में शीघ्र निर्णय लेगी। उन्होंने सराफा व्यवसाय से जुड़ी नीतियों को सरल और पारदर्शी बनाने का आश्वासन भी दिया।

कमल सोनी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में गुणवत्ता, पारदर्शिता और विश्वास पर आधारित व्यापारिक वातावरण निर्मित होगा। कार्यक्रम में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, एनआईटी रायपुर के निदेशक एन. व्ही. रमन्ना राव, चेंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष सतीश थोरानी, इस्पात प्राधिकरण के कार्यकारी निदेशक ए. के. चक्रवर्ती सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।