
नतीजतन एक बार फिर से वह अपने उस ठिकाने पहुंच गया जो उस जैसे चोर के लिए बिल्कुल मुफीद जगह है, हमारा मतलब जेल से है

बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
कहते हैं चोर चोरी से जाए पर हेरा फेरी से न जाए। एक बार जरायम पेशे में उतरने के बाद शराफत की जिंदगी रास नहीं आती। ऐसा ही एक अपराधी जेल से छूटने के 1 दिन बाद ही फिर अपराध को अंजाम देने में जुट गया।
बिलासपुर कर्बला अजीत अपार्टमेंट में रहने वाले मनोज पाल 4 फरवरी की शाम रोज की तरह दफ्तर से लौटे और अपने अपार्टमेंट में अपनी बजाज पल्सर बाइक खड़ी कर घर के अंदर चले गए। रात को खाना खाने के बाद करीब 12:00 बजे जब वे बाहर आए तो देखा कि उनकी मोटरसाइकल उस जगह नहीं है जहां उन्होंने खड़ी की थी । आसपास तलाशने के बाद भी जब मोटरसाइकिल नहीं मिली तो उन्होंने कोतवाली थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस इस मामले में कार्यवाही कर रही थी कि तभी उसे मुखबिर से सूचना मिली कि मेला पारा चांटीडीह निवासी आदतन बदमाश हीरालाल ध्रुव एक मोटरसाइकिल में कुछ दिनों से घूम रहा है ।संदेह के आधार पर पुलिस उसको पकड़ कर ले आई । पूछताछ में उसने अजीत अपार्टमेंट से मोटरसाइकिल चोरी करने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने हीरालाल ध्रुव के पास से चोरी की बजाज पल्सर 135 सीसी बाइक क्रमांक सीजी 10 N 1820 जप्त कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
खास बात यह है की आदतन अपराधी हिरालाल ध्रुव इससे पहले भी चोरी के मामले में जेल की सजा काट रहा था। जो 2 फरवरी को ही जेल से छूटा था और 4 फरवरी को ही उसने मोटरसाइकिल चोरी कर ली ,यानी बमुश्किल वो 1 दिन ही शराफत की जिंदगी गुजार पाया। नतीजतन एक बार फिर से वह अपने उस ठिकाने पहुंच गया जो उस जैसे चोर के लिए बिल्कुल मुफीद जगह है, हमारा मतलब जेल से है।