
प्रशिक्षण में बिलासपुर व मुंगेली जिले के आठ विधानसभा क्षेत्रो के सहायक रिटर्निंग, रिजर्व एवं मतगणना सहायक रिटर्निंग अधिकारी तथा पोस्टल बैलेट के सहायक रिटर्निंग अधिकारी तथा दोनों जिलों के उप जिला निर्वाचन अधिकारी और सभी विधानसभा क्षेत्रो के मास्टर ट्रेनर उपस्थित थे
सत्याग्रह डेस्क
लोक सभा निर्वाचन 2019 अंतर्गत बिलासपुर लोकसभा निर्वाचन के मतगणना के संबंध में आज रिटर्निंग अधिकारी, सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों के सहायक रिटर्निंग अधिकारियों, एवं अन्य अधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें मतगणना के लिए प्रशासकीय, प्रबंधकीय व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था आदि की तैयारी के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय रायपुर के मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में बिलासपुर कलेक्टर डाॅ संजय अलंग और मुंगेली कलेक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे भी उपस्थित थे।
मंथन सभा कक्ष में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के डिप्टी सीईओ मनीष मिश्रा और आशीष टिकरिहा ने मतगणना के लिए व्यवस्था के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों की जानकारी दी। डाक मतपत्रों की गणना, ईवीएम में दर्ज मतों की गणना, वीवीपैट से गणना के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। गणना के लिए प्रत्येक टेबल में पर्यर्वेक्षक, गणना सहायक के कार्यो के संबंध में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि राजपत्रित अधिकारियों को गणना पर्यवेक्षक और केंद्रीय सरकार के अधिकारियों को माइक्रोआब्जर्वर नियुक्त किया जाना है। मतगणना पश्चात किन-किन प्रपत्रों की सिलिंग करनी है यह बताया गया। सिलिंग के प्रभारी अधिकारी को प्रपत्रों की जानकारी अच्छी तरह होनी चाहिए। स्ट्रांग रूम से गणना कक्ष के टेबलों तक इवीएम को लाने के लिए परिवहन अधिकारी और प्रत्येक टेबल के लिए भृत्य नियुक्त किया जाना चाहिए।
मतगणना स्थल पर सुरक्षा के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया जाना चाहिए जो निर्णय लेने में सक्षम हो और निर्वाचन के अधिकारियों से तालमेल बनाकर कार्य करे। रिजर्व गणना स्टाफ भी तैनात किया जाए जो आपातकालिन स्थिति में कार्य करेंगे। मतगणना स्थल पर इंटरनेट, फोन की सुचारू व्यवस्था के लिए बीएसएनएल के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। विद्युत विभाग, फायर ब्रिगेड और लोक निर्माण विभाग के स्टाफ भी पूरी तैयारी के साथ उपस्थित रहें। मतगणना स्थल पर पूरी प्रक्रिया की विडियोग्राफी करायी जाएगी। विडियोग्राफी के लिए एक अधिकारी नियुक्त कर उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी। वीवीपैट के पर्ची की गणना की भी विडियोग्राफी करायी जाएगी। मतगणना से संबंधित संदर्भ ग्रंथ रिटर्निंग अधिकारी एवं सहायक अधिकारी के पास उपलब्ध रहे। मतगणना प्रारंभ होने के पूर्व प्रारूप 17 सी भाग-1 पीठासीन के डायरी को अच्छे से देखा जाना चाहिए। मतगणना स्थल में प्रवेश के लिए विधानसभा वार कलर कोड वाला पास जारी किया जा सकता है। हरेक विधानसभा के 5-5 वीवीपेट की गणना की जाएगी। माइक्रो आब्जर्वर द्वारा प्रपत्र भरने के बाद उसको जमा करने की व्यवस्था होनी चाहिए। मतगणना के दौरान प्रत्येक टेबल पर प्रत्येक राउंड पर तैयार किया गया फार्म 17 सी भाग-2 की प्रति उपस्थित मतगणना अभिकर्ता को दी जाएगी। इस प्रपत्र में अभ्यर्थी का क्रम सही रूप से लिखा जाए यह एआरओ को देखना होगा। मतगणना स्थल पर पीने के पानी की व्यवस्था, शौचालय की साफ सफाई, आब्जर्वर के बैठने की व्यवस्था के संबंध में आयोग के निर्देशों की जानकारी दी गई।
मतगणना से संबंधित वैधानिक प्रावधानों को विस्तार से बताया गया। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस की भूमिका के संबंध में आयोग के महत्वपूर्ण निर्देशों की जानकारी दी गई। मतगणना स्थल में मोबाइल, पेन, केल्कुलेटर अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस प्रतिबंधित रहेगा।
सेवा मतदाताओं से प्राप्त पोस्टल, बैलेट पेपर की वैधता की जांच भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्मित इटीपीबीएस प्रणाली से की जाएगी। इसकी सत्यापन के लिए एआरओ नियुक्त किया जाएगा। पोस्टल बैलेट पेपर गणना के लिए भी एआरओ नियुक्त किया जाएगा। पोस्टल बैलेट और इटीपीबीएस से मतों की गणना के लिए निर्धारित प्रक्रिया का विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने भी अधिकारियों को आवश्यक मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि मतगणना प्रक्रिया में कहीं भी कोई समस्या हो तो सदर्भ ग्रंथ का अध्ययन करें फिर निर्णय लें। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अक्षरशः पालन हो। कोई भी प्रक्रिया प्रारंभ करने के पूर्व प्रपत्रों का गहराई से जांच करें और कोई त्रुटि हो तो उसे ध्यान में लाएं। मतगणना प्रक्रिया सुचारू रूप से संपंन्न करने सभी अधिकारी मानसिक व शारीरिक रूप से तैयार रहें।
प्रशिक्षण में बिलासपुर व मुंगेली जिले के आठ विधानसभा क्षेत्रो के सहायक रिटर्निंग, रिजर्व एवं मतगणना सहायक रिटर्निंग अधिकारी तथा पोस्टल बैलेट के सहायक रिटर्निंग अधिकारी तथा दोनों जिलों के उप जिला निर्वाचन अधिकारी और सभी विधानसभा क्षेत्रो के मास्टर ट्रेनर उपस्थित थे।मतगणना के संबंध में अधिकारियो को दिया जा रहा प्रशिक्षण
लोक सभा निर्वाचन 2019 अंतर्गत बिलासपुर लोकसभा निर्वाचन के मतगणना के संबंध में आज रिटर्निंग अधिकारी, सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों के सहायक रिटर्निंग अधिकारियों, एवं अन्य अधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें मतगणना के लिए प्रशासकीय, प्रबंधकीय व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था आदि की तैयारी के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय रायपुर के मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में बिलासपुर कलेक्टर डाॅ संजय अलंग और मुंगेली कलेक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे भी उपस्थित थे।
मंथन सभा कक्ष में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के डिप्टी सीईओ मनीष मिश्रा और आशीष टिकरिहा ने मतगणना के लिए व्यवस्था के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों की जानकारी दी। डाक मतपत्रों की गणना, ईवीएम में दर्ज मतों की गणना, वीवीपैट से गणना के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। गणना के लिए प्रत्येक टेबल में पर्यर्वेक्षक, गणना सहायक के कार्यो के संबंध में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि राजपत्रित अधिकारियों को गणना पर्यवेक्षक और केंद्रीय सरकार के अधिकारियों को माइक्रोआब्जर्वर नियुक्त किया जाना है। मतगणना पश्चात किन-किन प्रपत्रों की सिलिंग करनी है यह बताया गया। सिलिंग के प्रभारी अधिकारी को प्रपत्रों की जानकारी अच्छी तरह होनी चाहिए। स्ट्रांग रूम से गणना कक्ष के टेबलों तक इवीएम को लाने के लिए परिवहन अधिकारी और प्रत्येक टेबल के लिए भृत्य नियुक्त किया जाना चाहिए।
मतगणना स्थल पर सुरक्षा के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया जाना चाहिए जो निर्णय लेने में सक्षम हो और निर्वाचन के अधिकारियों से तालमेल बनाकर कार्य करे। रिजर्व गणना स्टाफ भी तैनात किया जाए जो आपातकालिन स्थिति में कार्य करेंगे। मतगणना स्थल पर इंटरनेट, फोन की सुचारू व्यवस्था के लिए बीएसएनएल के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। विद्युत विभाग, फायर ब्रिगेड और लोक निर्माण विभाग के स्टाफ भी पूरी तैयारी के साथ उपस्थित रहें। मतगणना स्थल पर पूरी प्रक्रिया की विडियोग्राफी करायी जाएगी। विडियोग्राफी के लिए एक अधिकारी नियुक्त कर उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी। वीवीपैट के पर्ची की गणना की भी विडियोग्राफी करायी जाएगी। मतगणना से संबंधित संदर्भ ग्रंथ रिटर्निंग अधिकारी एवं सहायक अधिकारी के पास उपलब्ध रहे। मतगणना प्रारंभ होने के पूर्व प्रारूप 17 सी भाग-1 पीठासीन के डायरी को अच्छे से देखा जाना चाहिए। मतगणना स्थल में प्रवेश के लिए विधानसभा वार कलर कोड वाला पास जारी किया जा सकता है। हरेक विधानसभा के 5-5 वीवीपेट की गणना की जाएगी। माइक्रो आब्जर्वर द्वारा प्रपत्र भरने के बाद उसको जमा करने की व्यवस्था होनी चाहिए। मतगणना के दौरान प्रत्येक टेबल पर प्रत्येक राउंड पर तैयार किया गया फार्म 17 सी भाग-2 की प्रति उपस्थित मतगणना अभिकर्ता को दी जाएगी। इस प्रपत्र में अभ्यर्थी का क्रम सही रूप से लिखा जाए यह एआरओ को देखना होगा। मतगणना स्थल पर पीने के पानी की व्यवस्था, शौचालय की साफ सफाई, आब्जर्वर के बैठने की व्यवस्था के संबंध में आयोग के निर्देशों की जानकारी दी गई।
मतगणना से संबंधित वैधानिक प्रावधानों को विस्तार से बताया गया। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस की भूमिका के संबंध में आयोग के महत्वपूर्ण निर्देशों की जानकारी दी गई। मतगणना स्थल में मोबाइल, पेन, केल्कुलेटर अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस प्रतिबंधित रहेगा।
सेवा मतदाताओं से प्राप्त पोस्टल, बैलेट पेपर की वैधता की जांच भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्मित इटीपीबीएस प्रणाली से की जाएगी। इसकी सत्यापन के लिए एआरओ नियुक्त किया जाएगा। पोस्टल बैलेट पेपर गणना के लिए भी एआरओ नियुक्त किया जाएगा। पोस्टल बैलेट और इटीपीबीएस से मतों की गणना के लिए निर्धारित प्रक्रिया का विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने भी अधिकारियों को आवश्यक मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि मतगणना प्रक्रिया में कहीं भी कोई समस्या हो तो सदर्भ ग्रंथ का अध्ययन करें फिर निर्णय लें। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अक्षरशः पालन हो। कोई भी प्रक्रिया प्रारंभ करने के पूर्व प्रपत्रों का गहराई से जांच करें और कोई त्रुटि हो तो उसे ध्यान में लाएं। मतगणना प्रक्रिया सुचारू रूप से संपंन्न करने सभी अधिकारी मानसिक व शारीरिक रूप से तैयार रहें।
प्रशिक्षण में बिलासपुर व मुंगेली जिले के आठ विधानसभा क्षेत्रो के सहायक रिटर्निंग, रिजर्व एवं मतगणना सहायक रिटर्निंग अधिकारी तथा पोस्टल बैलेट के सहायक रिटर्निंग अधिकारी तथा दोनों जिलों के उप जिला निर्वाचन अधिकारी और सभी विधानसभा क्षेत्रो के मास्टर ट्रेनर उपस्थित थे।